एक तरफ युवराज सिंह जिम में घंटो पसीना बहा कर अपने आप को फिट रखने की कोशिश कर रहे हैं और एक बार फिर टीम इन्डिया में विराट कोहली की कप्तानी में वापस लौटने का मन बना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पाता चला है कि युवराज सिंह बीसीसीआई से रुपयों से जुड़ी लड़ाई भी लड़ रहे हैं.
भारत के 2011 विश्वकप जीतने वाली टीम के नायक, जो जुलाई-दिसंबर में वेस्टइंडीज श्रृंखला के बाद से यो-यो टेस्ट में नाकाम रहने के बाद भारत के लिए नहीं खेले हैं, वह पिछले साल इंडियन प्रीमियर लीग की बकाया राशि के लिए बीसीसीआई से लड़ाई लड़ रहे हैं.
युवराज सिंह की माँ शबनम ने लगाई गुहार-
युवराज की मां, शबनम सिंह ने भी अपने बेटे की देनदारी के संबंध में बीसीसीआई अधिकारियों से संपर्क किया है. युवराज सिंह 3 करोड़ की देनदारी के इन्तजार मे हैं.
दरअसल, 2016 में आईसीसी विश्व ट्वेंटी -20 के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए युवराज घायल हो गये थे, और इसलिए, आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए इस सीजन में पहले सात मैचों में शामिल नहीं हो पाए. वहीं युवराज के टीम के साथी आशीष नेहरा, एसआरएच टीम के साथी इस बीच भारतीय क्रिकेट बोर्ड से अपने बकाया प्राप्त कर चुके हैं. मगर युवराज सिंह को अभी भी उनका बकाया नही दिया गया है.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति से शिकायत-
बीसीसीआई के नियम के अनुसार, यदि कोई भी अनुबंधित खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने के दौरान छोटी हो जाता है और वह इस कारण आईपीएल में भाग नही ले पाता तो बीसीसीआई उसे हुए घाटे की पूरी भरपाई करेगा. यही युवी के साथ भी हुआ. युवराज ने तुरंत अपील की मगर अभी तक उनका बकाया नही मिला. खबर यह भी है कि युवराज सिंह सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिती से भी शिकायत कर सकते हैं.
बीसीसीसीआई से जुड़े एक अधिकारी ने कहा है, कि युवराज सिंह से जुड़ा जो भी यह प्रकरण है वह केवल मिस-कम्युनिकेशन की वजह से हुआ है.