साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच के दौरान हुए बॉल टेम्परिंग के मामले को अभी बहुत अधिक समय नही हुआ है. इसी बीच एक और बॉल टेम्परिंग की घटना सामने आयी है. श्री लंका और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे मैच में श्री लंका के दिनेश चंडीमल पर गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है. बॉल से छेड़छाड़ की यह घटना कैमरे में कैद हुई. हालांकि दिनेश चंडीमल ने इससे साफ़ इनकार किया है. उनका कहना है कि वह बॉल टेम्परिंग के दोषी नही हैं और आईसीसी उन पर झूठा आरोप लगा रहा है.
बॉल टेम्परिंग में ही दोषी पाए जाने के कारण ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर एक-एक साल का अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट से बैन लगा दिया गया. वहीं कैमरून बैनक्रॉफ्ट पर 9 महीने का प्रतिबन्ध लगा. यह बैन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जांच के बाद लगाया था. वहीं आईसीसी भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कुछ कड़े कदम उठा सकता है. बॉल टेम्परिंग मामले में सबसे पहले पाकिस्तान के क्रिकेटर को बैन झेलना पड़ा था.
ये हैं वो पाकिस्तानी क्रिकेटर
क्रिकेट में बॉल टेम्परिंग की बात करें तो पाकिस्तान के क्रिकेटर वकार यूनुस का नाम सबसे पहले सामने आया था. वर्ष 2001 में वकार यूनुस ने श्री लंका के खिलाफ वनडे मैच के दौरान गेंद से छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी. जिसके बाद उन पर एक मैच के लिए बैन लगा दिया गया था.
वकार यूनुस ने ऐसा गेंद से स्विंग हासिल करने के लिए किया था. वकार द्वारा की गयी इस हरकत पर आईसीसी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सजा सुनाई थी. इसके बाद बॉल टेम्परिंग के मामले सामने आने लगे. मगर इस तरह के किसी मामले में सजा पाने वाले पाकिस्तान के वकार यूनुस पहले खिलाड़ी थे. वकार यूनुस पाकिस्तान के सबसे शानदार तेज गेंदबाज रहे हैं. उनका नाम क्रिकेट के जबरदस्त तेन गेंदबाजों में शामिल है.