पाकिस्तान के लिए आखिरी टेस्ट सीरीज खेल रहे मिस्बाह उल हक के खिलाफ इस पाकिस्तानी दिग्गज ने दिया बड़ा बयान 1

दूसरे टेस्ट में वेस्ट इंडीज के खिलाफ मिली हार के बाद इस बार फिर से टीम की आलोचना हुई हैं. लेकिन जूनियर चयन समिति के अध्यक्ष बासित अली ने शदाब खान को भावी स्टार के रूप  माना और कहा, कि लोगो को उस पर इतना दबाव नहीं बनाना चाहिए. 

युवा खिलाड़ियों को समर्थन देने की जरूरत 

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उन्होंने कहा, कि शदाब खान एक अच्छा गेंदबाज़ हैं और पिच पर भी तेज़ गेंदबाजों को मदद मिल रही थी. ये सच में निराशाजनक है, कि वो विकेट नही ले पाया. और मुझे लगता हैं उसने बहुत ज्यादा खुद पर दबाव ले लिया था. जिस वजह से वो अपना खेल लोगो को नहीं दिखा पाया था. 

पिच को लेकर समझ जरूरी हैं 

सीरीज से पहले ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए, कि वेस्ट इंडीज की पिच कुछ अलग तरीके से प्रतिक्रिया देती हैं. ऐसे में टीम को ऐसे हालात के लिए तैयार रहना चाहिए था.

आसिफ और मैकग्रा जैसे दिग्गजों से की अब्बास की तुलना

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उन्होंने एम अब्बास की तारीफ की और कहा, कि इसके लिए टीम के कप्तान मिस्बाह तारीफ के हक़दार हैं. अब्बास पिछले 10 सालों में सबसे अच्छे गेंदबाज़ हैं. उनकी गेंदबाज़ी में आसिफ और ग्लेन मैकग्रा की झलक मिलती हैं.  विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ ब्रायन लारा के जन्मदिन पर वीरेंद्र सहवाग ने उन्हें कुछ इस अंदाज़ में दी बधाई, कि नहीं रुकेगी आपकी हंसी

टीम में मैच विनर गेंदबाजों की कमी हैं 

उन्होंने कहा, कि टीम में इस समय मैच विनर खिलाड़ियों की कमी हैं , इमरान खान के समय टीम में अब्दुल कादिर, मुश्ताक अहमद, वसीम अकरम, वकार यूनुस, इकबाल कासिम, तौसीफ अहमद जैसे खिलाड़ी थे. लेकिन वर्तमान टीम में ऐसे खिलाड़ियों की कमी हैं. सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बाद अब इस दिग्गज ने भी किया भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने का समर्थन

हालातों ने मिस्बाह को बनाया है कप्तान 

“इमरान प्राकृतिक कप्तान, जबकि मिस्बाह को हालातों में कप्तान बना दिया गया था। उन्होंने आगे कहा, कि मुझे लगता है, कि केवल अब्दुल हफीज करदार, मुश्ताक मुहम्मद, इमरान खान, जावेद मियांदाद, सलीम मलिक और मोहम्मद हफीज प्राकृतिक कप्तान थे, जबकि बाकी सभी गलती से कप्तान बना दिए गए थे. 

गलितयों से सीखने से जरूरत 

उन्होंने आगे कहा, कि टीम को अपनी गलतियों से सीखने की जरूरत हैं. और टीम को चाहिए कि वो अपनी पूरी ताकत से मैदान में आएं और अच्छा प्रदर्शन को अपने कप्तान को एक अच्छी विदाई दे ,जिसके वो हक़दार हैं.