पाकिस्तान के टेस्ट मैचों के कप्तान मिस्बाह-उल-हक वेस्टइंडीज दौरे के बाद संन्यास लेने वाले हैं। मिस्बाह का पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से बहुत ही अच्छा रिश्ता रहा है। उन्होंने अपने व्यवहार के दम पर सभी का दिल जीत लिया है। मिस्बाह को पहले खिलाड़ी होंगे जिसे 50,000 रुपये के साथ ही इम्तियाज अहमद स्प्रिट ऑफ क्रिकेट ट्रॉफी दी जायेगी। सचिन तेंदुलकर की बायोपिक का ट्रेलर देख खुश हुए रजनीकांत, ट्वीट कर दी सचिन को ख़ास बधाई
डेली एक्सप्रेस के मुताबिक पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कुछ महीनों पहले ही इस ट्रॉफी की घोषणा की है। यह ट्रॉफी उन खिलाड़ियों को दी जायेगी जिन्होंने अंर्तराष्ट्रीय टीम खेलते हुए खेल भावना का पूरा ध्यान रखा और वो क्रिकेट को शिद्दत के साथ खेलते हों। इसके अलावा यह भी खुलासा हुआ है कि मिस्बाह को इसके लिए चुना गया है।
यह निर्णय पीसीबी के गवर्निंग बोर्ड के सदस्य प्रोफेसर ऐजाज फारूची की देखरेख में एक समिति द्वारा लिया गया। इनके अलावा इस कमेटी में आईसीसी के अंपायर अहसान रजा, रैफरी मोहम्मद अनीस भी शामिल थी। हाल ही में इन सभी खिलाड़ियों ने लाहौर में मीटिंग की थी। जिसमें यह फैसला लिया गया था।
उम्मीद जताई जा रही है कि मिस्बाह को यह ट्रॉफी 7 मई को एनुअल जनरल बॉडी मीटिंग के दौरान दी जायेगी। क्यों कि इस समय बोर्ड के सभी अधिकारी व्यस्त चल रहे हैं। पॉली उमरीगर ट्रॉफी मिलने के बाद विराट कोहली ने किया कुछ ऐसा कि सभी की नज़रों में बढ़ गयी उनकी इज्जत
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस ट्रॉफी का नाम पूर्व टेस्ट क्रिकेटर इम्तियाज अहमद के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने पाकिस्तान की पहली क्रिकेट टीम में अब्दुल हफीज करदार की कप्तानी में मैच खेला था । इनका 31 दिसंबर 2016 को 88 साल की उम्र में निधन हो गया था। इम्तियाज टीम में एक विकेट कीपर बल्लेबाज के रूप में खेला करते थे। इन्होंने संन्यास के बाद महिला क्रिकेट टीम को प्रशिक्षण देना शुरु कर दिया था।