देश में इस वक़्त सरकार के लाए कृषि कानूनों के खिलाफ़ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर छिड़ी बहस अब एक अलग ही दर्जे पर आ पहुंची है. पूरे मसले में एक उफ़ान उस समय आया जब भारत में चल रहे किसान आंदोलन को अचानक विदेशी और अंतरराष्ट्रीय हस्तियों का समर्थन मिलने लगा.
किसान आंदोलन के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के आते ही इस पूरी बहस में भारतीय क्रिकेटर्स की अप्रत्याशित सोशल मीडिया अपीयरेंस भारत की संप्रभुता को लेकर कही बातों ने सभी क्रिकेट फ़ैंस और देश की आवाम को सोचने पर मजबूर कर दिया है. इसी सिलसिले में पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफ़ान पठान ने अपने ट्वीट के ज़रिए बाकी क्रिकेटर्स से बिल्कुल अलग और बड़ी बात कही है.
दुःख साझा होता है, किसी का बाहरी या अंदरूनी मसला कैसे हो सकता है – इरफ़ान पठान
विदेशी हस्तियों के किसान आंदोलन को समर्थन देने के बाद सभी भारतीय क्रिकेटर अचानक भारत की अखंडता और बाहरी लोगों को इसमें हस्तक्षेप न करने की हिदायत देते हुए काफ़ी बड़ी-बड़ी बातें की और ट्वीट भी किए. इसी सिलसिलें में पूर्व सीनियर भारतीय ऑलराउंडर इरफ़ान पठान ने बाकी क्रिकेटर्स से बिल्कुल अलग बात कही है.
दरअसल इरफ़ान पठान ने बाकी क्रिकेटर्स की बात को पूरी तरह काटते हुए सांकेतिक अंदाज़ में एक ट्वीट किया और कहा कि,
“अमेरिका में एक पुलिस अफ़सर द्वारा नागरिक जॉर्ज फ़्लॉयड की हत्या के बाद हमारे देश ने काफ़ी अच्छे तरीके से स्टैंड लेते हुए उस पर दुख व्यक्त किया था.”
When George Floyd was brutally murdered in the USA by a policeman,our country rightly expressed our grief. #justsaying
— Irfan Pathan (@IrfanPathan) February 4, 2021
पठान के ट्वीट के कई मायने
यूँ तो पठान का ये ट्वीट केवल 2 ही लाइन का था लेकिन इसके अगर देखें तो इसके कई मायने हैं. जहाँ सभी क्रिकेटर्स ने किसान आंदोलन को भारत का आंतरिक मसला बताते हुए इसमें बाहरी लोगों के समर्थन को व्यर्थ बताया. वहीं पठान का ये ट्वीट कहीं न कहीं बताता है कि दुख पूरी दुनिया की एक कॉमन भाषा है जो सब को एक करती है.
जॉर्ज फ़्लॉयड का ज़िक्र करते हुए बड़ौदा के पूर्व सीनियर क्रिकेटर ने इस ओर इशारा किया कि जब बात इंसान का दुख इंसान द्वारा उठाए जाने की हो तो बाहरी और अंदरूनी जैसा कुछ भी मायने नहीं रखता. तमाम क्रिकेटर्स के एक ही जैसे ट्वीट्स के बीच इरफ़ान का ये लीक से हट कर किया गया ट्वीट काफ़ी सुर्खियाँ बटोर चुका हैं.
बीते दिन ट्रोल हुए तमाम क्रिकेटर्स से अलग खड़े नज़र आए इरफ़ान
दरअसल पूर्व दिग्गज भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी इसी एक जैसे ट्वीट करने के सिलसिले में फ़ैंस की आलोचनाओं का शिकार बने. उनके अलावा किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले लोग जो क्रिकेट प्रशंसक भी हैं, किसान आंदोलन को मिले समर्थन को गलत बताने वाले क्रिकेटर्स पर जम कर निशाना साधा.