आईपीएल इस समय समाप्ति की ओर धीरे-धीरे बढ़ रहा है. जहां एक मुंबई इंडियंस फाइलन में पहुंच चुकी है, तो दूसरी ओर दूसरी टीम के लिए 10 मई को भिड़ंत होगी, इसमें ही निश्चित हो पाएगा कि दूसरी टीम दिल्ली या चेन्नई में से कौन है. खिताबी भिडंत 12 मई को होगी. इस साल भी कुछ टीमें रही, जो अपनी किस्मत के साथ खेल को बदलने में नाकाम साबित हुई. ऐसी ही टीमों में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) का नाम शुमार हैं, जिसने अभी तक आईपीएल में कोई भी खिताब अपने नाम नहीं किया है.
इस साल आरसीबी के पक्ष में कुछ चीजें ऐसी भी रही, जो कि उनके पक्ष में नहीं रही. उसमें से मुंबई इंडियंस के खिलाफ एक अंपायरिंग काल थी, जे कि आरसीबी के पक्ष में परिणाम दे सकता था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि आरसीबी को प्लेआफ में पहुंचने के लिए केवल एक मैच की ही दरकार थी.
विराट कोहली ने इस सत्र में 14 मैचों में 9 मैचों में टॉस गंवाए जो टीम के लिए गलत साबित हुआ. कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रहे, जो अपनी क्षमता के अनुरुप प्रर्दशन नहीं कर पाएं. आरसीबी अगले साल की नीलामी में इन खिलाड़ियों को रिलीज करने का मन बना सकती है.
पवन नेगीः
पवन नेगी को आरसीबी ने RTM कार्ड के जरिए साल 20198 में ऑक्शन में खरीदा. बाएं हाथ के स्पिनर के साथ-साथ विस्फोटक बल्लेबाजी करने में माहिर हैं, लेकिन वह आरसीबी के लिए प्रर्दशन करने में नाकाम साबित हुए हैं.
नेगी को टीम में वाशिंगटन सुंदर के स्थान पर टीम में शामिल किया गया, इस दौरान उन्होंने 7 मैच खेले लेकिन वह मात्र 3 विकेट ही लेने में कामयाब हो सके. इस दौरान उन्होंने 9.13 रन की औसत से खूब रन लुटाये. वहीं बल्लेबाजी में भी वह फ्लाप ही साबित हुए. खराब प्रर्दशन के बाद अगले साल की नीलामी में आरसीबी रिलीज कर सकती है.
टिम साउथीः
टिम साउथी जो कि न्यूजीलैंड के बेहतरीन गेंदबाज हैं. आरसीबी के लिए डेथ बालिंग हमेशा से ही समस्या रही है, इस बार उस समस्या को ही दूर करने के लिए इस अनुभवी गेंदबाज को टीम में जोड़ा. न्यूजालैंड के इस बेहतरीन गेंदबाज द्वारा कई मैचों में मैच जीताऊ प्रर्दशन किया, था लेकिन वह इस तरह के प्रर्दशन को आईपीएल में दोहराने में नाकामयाब रहें.
उन्होंने आरसीबी के लिए कुल 3 मैच खेले,, इस दौरान वो मात्र 1 विकेट हासिल करने में कामयाब हुए. इस दौरान उन्होंने 13.11 के औसत से गेंदबाजी की, जो किसी भी तरह टीम के लिए उपयोगी साबित हो सकता है.
केकेआर को जब दो ओवरों में 30 रन चाहिए थे, उस समय इन्होंने अपने 1 ओवर में ही 29 रन खर्च कर दिए थे. अगले साल की नीलामी में आरसीबी नए गेंदबाजों को ढूढ़ने में समय लगाए, जिससे टीम की गेंदबाजी की समस्या का हल हो सके.
उमेश यादवः
टीम इंडिया के बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार उमेश यादव इस साल आईपीएल में आरसीबी के लिए कुछ खास प्रर्दशन नहीं कर सके. जिससे टीम प्लेआफ में पहुंचने में भी नाकामयाब हो गई. पिछले सत्र में उमेश यादव ने 14 मैचों में 20 विकेट लिए थे, लेकिन इस सत्र में 11 मैचों में मात्र 8 विकेट लेने में ही कामयाब हुए. जिसमें उन्होंने 9.80 की औसते से रन खर्च किए. आखिरी ओवरों में उमेश ने बहुत ही साधारण गेंदबाजी की.