भारतीय टीम आज विश्व क्रिकेट पर राज कर रही है. जिसकी शुरुआत सौरव गांगुली की टीम ने कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू कर दिया था. उस टेस्ट मैच के सबसे बड़े हीरो वीवीएस लक्ष्मण रहे थे. अब पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गये टेस्ट मैच को अब याद किया है.
वीवीएस लक्ष्मण ने कोलकाता टेस्ट को किया याद
ऑस्ट्रेलिया की टीम 2001 में लगातार जीत दर्ज करके कोलकाता पहुंची थी. उस टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने एतिहासिक जीत दर्ज किया था. जिसको याद करते अब जीत के हीरो वीवीएस लक्ष्मण ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अपने एक कॉलम में लिखा कि
” उस टेस्ट के पहले मुझे टीम के फिजियो ने बताया की मैं नहीं खेल सकता हूँ. मैं पूरी तरह फिट नहीं हूँ. उन्होंने बताया था की मैं मात्र 60 से 70 प्रतिशत फिट हूँ. जिसको सुनकर मैं बहुत ज्यादा निराश हो गया था. घरेलू क्रिकेट में अच्छा करने के बाद अब मुझे मौका मिला है उस गंवाने के डर से मैं इमोशनल हो रहा था. उस समय भी सौरव गांगुली और जॉन राइट ने मुझ पर भरोसा जताया और उसके बाद उन्होंने मुझे पूरी तरह फिट ना होने के बाद भी खेलने दिया. उस पारी के पहले भी मैं अच्छा कर रहा था. जिसके कारण मैं खुश था.”
पहली पारी के बाद खुद से खुश थे लक्ष्मण
कोलकाता टेस्ट के पहली पारी के बाद अपने प्रदर्शन से खुश हुए वीवीएस लक्ष्मण ने बताया कि
” जब मैं 59 रनों पर आउट हुआ तो वो एक गलत फैसला था. उसके बाद जब दूसरी पारी में जॉन ने मुझे बताया की मैं नंबर 3 पर बल्लेबाजी करूँगा मैं उस समय बहुत ज्यादा खुश था. जब पहली पारी 171 रनों पर खत्म हुआ तो ड्रेसिंग रूम का मौहाल अच्छा नहीं था. जब मेरी बल्लेबाजी आई तो मैं यही सोच रहा था की जो मैंने हैदराबाद के लिए किया है वही आज यहाँ पर करना है. मैं बस उस समय पहले शतक फिर दोहरा शतक और तिहरा शतक के बारें में सोचूंगा. बचपन से मुझे कोच ने सिखाया था की यदि मैं पिच पर खड़ा रहूँगा तो रन अपने आप ही आयेंगे.”
राहुल द्रविड़ के साथ पार्टनरशिप पर बोले वीवीएस लक्ष्मण
उस टेस्ट मैच में अपने और राहुल द्रविड़ के 376 रनों के पार्टनरशिप के बारें में बोलते हुए लक्ष्मण ने कहा कि
” सौरव गांगुली के बाद राहुल द्रविड़ मैदान पर आयें. हम दोनों उस समय साउथ जोन के दिनों को याद कर रहे थे. चौथे दिन सुबह अब बस नई गेंद अच्छे से खेलना चाहते थे. हमने एक दूसरे का उत्साह बढ़ा कर पूरा दिन ही ऐसे खेल लिया. ड्रेसिंग रूम के मौहाल ने भी हमारा बहुत हौसला बढ़ाया था. जिसके बाद जाकर वो 281 रनों की पारी आई थी.”