पिंक गेंद से पहली बार डे नाईट टेस्ट मैच दुलीप ट्राफी में खेले जा रहे, भारतीय टीम के बल्लेबाज और इंडियन ब्लू के कप्तान गौतम गंभीर का मानना है, कि पिंक बॉल से क्रिकेट खेलना काफी रोमांचक होगा.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने इस साल दुलीप ट्राफी में डे नाईट क्रिकेट की शुरुआत भारत में की. दुलीप ट्राफी में भारत में पहली बार पिंक गेंद का इस्तेमाल किया जा रहा है, और इसमें कई भारतीय टीम के सितारे हिस्सा ले रहे है.
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गौतम गंभीर आज युवराज सिंह के खिलाफ पहली बार पिंक गेंद से क्रिकेट खेलेंगें. डे नाईट टेस्ट मैच सभी भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक नया अनुभव है. गंभीर ने कहा, कि
“डे नाईट टेस्ट मैच एक अलग अनुभव होने वाला है और खिलाड़ियों को अपना बेसिक्स ठीक रखना होगा अगर उन्हें पिंक गेंद के विरुद्ध सफल होना है.”
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में गंभीर ने बताया कि
“पिंक गेंद से क्रिकेट खेलना काफी रोमांचक है, खासकर जब आप लाइट्स के निचे क्रिकेट खेल रहे हो. मैं जानत हूं कि पिंक बॉल थोड़ा बहुत स्विंग होती है, लेकिन बतौर ओपनर मुझे इसका सामना करना आना चाहिए. यह चुनौती लाल एस.जी. गेंद या कूकाबुरा गेंद के साथ भी हमे झेलनी पड़ती है, लेकिन बतौर पेशेवर खिलाड़ी हमे ऐसे चुनौतियों से पार पाने के लिए तैयार रहना चाहिए.”
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गंभीर आज नोएडा के शहीद विजय सिंह पाठक मैदान पर युवराज के इंडिया रेड के खिलाफ इस साल अपना पहला दुलीप ट्राफी मैच खेलेंगें. इंडिया रेड ने युवराज की कप्तानी में सुरेश रैना की इंडिया ग्रीन को पहले मैच में 219 रनों से हराया था.
गंभीर ने कहा कि “मैं पिंक बॉल के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा क्योंकि गेंद चाहे कैसी भी हो आपको हमेशा पहले सत्र में देख कर खेलना होता है और उसके बाद खेल अपने आप आसन होता चला जाता है.”
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“मैंने कई लोगों से सुना है कि हमे व्यक्तिगत खेल पर ध्यान देना होगा, लेकिन मेरी कप्तानी में आपको ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिलने वाला, हम एक टीम की तरह खेलेंगें और इस सीरीज़ को जीतने की कोशिश करेंगें, और क्रिकेट हमेशा ऐसी ही मानसिकता के साथ खेला जाना चाहिए”
दुलीप ट्राफी का दूसरा मैच आज दोपहर 2 बजे से शुरू होगा.