वनडे क्रिकेट पिछले काफी सालों से दर्शकोंं का मनोरंजन करता आ रहा है. पुरानें नियमों में बल्ले और गेंद के बीच बराबर का तालमेल रहता था और 300 रन कभी कभी ही बनते थे. लेकिन जब से नये नियम आए तबसे बल्लेबाज हावी होते रहे और आसानी से रन बनते रहे.
लेकिन 2012 के बाद से दों नयी गेंद, सिर्फ चार फिल्डर 30 यार्ड के बाहर ऐसे नियम आने के बाद 350 रन आसानी से बनने लगे और विश्वकप में इस साल सबको 400 भी आसानी से देखने को मिले.
2010 से 2012 तक सिर्फ 50 बार 300 रन बने, लेकिन 2012 से अब तक 113 बार 300 से ज्यादा रन बन चुके है. इससे ये पता चलता है की नियमों का कितना फर्क पडता है खेल पर.
लेकिन हर जगह से विरोध होने के बाद आईसीसी ने आखिरकार कुछ नियम फिर से लागू करने की घोषणा की.
1. बैटिंग पावर प्ले बंद
2. आखिरी 10 ओवरों में पांच फिल्डर रहेंगे 30 यार्ड के बाहर
3. हर नॉ बॉल पर फ्रि हिट मिलेगी
भारतीय गेंदबाज मुनाफ पटेल ने नये नियमों पर कहा की ये अच्छा किया आईसीसी ने खासकर चार फिल्डरों का नियम.
अब जब एक गेंदबाज 10 ओवरों में 60 रन देता है तो वो खुश होता है, और हमने ये विश्वकप में देखा.
अब आखिर में पाच फिल्डर बाहर होने से अच्छा होगा गेंदबाजों के लिए. बल्लेबाज आसानी से रिवर्स स्विप जैसे शॉट नहीं खेल पाएंगे.
और पावर प्ले होता था तो पिछले कुछ समय आखिरी 15 ओवर डेथ ओवर बन जाते थे लेकिन अब वैसा नहीं होगा.
उन्होंने कहा दों नये गेंद की वजह से रिवर्स स्विंग गायब हो गया है और इसपर आईसीसी को विचार करना होगा.