शनिवार, 3 फरवरी को आईसीसी अंडर- 19 विश्व कप का फाइनल मुकाबला खेला गया. फाइनल ऑस्ट्रेलिया और भारत की टीम के बीच खेला गया. दोनों टीमों के बीच यह फाइनल मुकाबला बे ओवल के मैदान पर खेला गया. जहाँ युवा खिलाड़ियों से सजी टीम इंडिया ने लाजवाब और एकदम एकतरफा खेल दिखाते हुए आईसीसी अंडर- 19 विश्व कप पूरे आठ विकेट से जीतकर अपने नाम किया.
फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 216 रन बनाये थे. 217 रनों का लक्ष्य टीम इंडिया के लिए बहुत ही ज्यादा बोना साबित हुआ और भारतीय टीम ने तेजी के साथ लक्ष्य का पीछा करते हुए 38.5 ओवर के खेल में ही मैच जीतकर अपने नाम किया.
टीम इंडिया की जीत में सलामी बल्लेबाज मनजोत कालरा ने नाबाद 101 रनों की अद्दभुत पारी खेली. मनजोत को ‘मैन ऑफ़ द मैच’ और पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाने वाले शुभमन गिल को ‘मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट’ का अवार्ड मिला.
दिखाया बड़ा दिल
अंडर- 19 विश्व कप का फाइनल खत्म होने के बाद कहने को तो जीतने भी पल टीम इंडिया के नन्हे सितारों ने मैदान पर बीताये वह बहुत ही ज्यादा यादगार बन गये, लेकिन एक पल ऐसा भी आया जिसने सभी का दिल जीत लिया.
दरअसल विश्व कप जीतने के बाद जब टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ को विश्व कप की ट्रॉफी उठाने के लिए स्टेज पर बुलाया गया. पृथ्वी शॉ को आईसीसी अंडर- 19 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी आईसीसी के CEO डेव रिचर्डसन ने दी. जैसे ही रिचर्डसन ने पृथ्वी शॉ को यह खिताब सौंपा, वैसे ही टीम के सभी खिलाड़ी ख़ुशी के मारे झूम उठे.
मगर ट्रॉफी हाथ में आने के साथ ही टीम के सभी खिलाड़ी अपने कप्तान पृथ्वी शॉ के साथ मिलकर ट्रॉफी को हाथों में लिए सीधा अपने गुरु राहुल द्रविड़ के पास जा पहुंचे. पृथ्वी शॉ एंड कंपनी ने बड़ा दिल दिखाते हुए विश्व कप की ट्रॉफी सीधे राहुल द्रविड़ को सौंप दी.
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वाकई में राहुल द्रविड़ ने जो इन युवा खिलाड़ियों के साथ जो काम किया, वह काबिले तारीफ और अविस्मरणीय रहा. विश्व कप की जीत का सबसे बड़ा श्रेय दिग्गज राहुल द्रविड़ को ही जाता हैं.