युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत की. जहाँ पर अच्छे प्रदर्शन के बाद उनकी जगह पक्की कही जाने लगी लेकिन चोट और बैन के कारण पृथ्वी शॉ का करियर प्रभावित होने लगा. अब भारतीय टीम में दोबारा वापसी करने के साथ ही पृथ्वी शॉ ने खुलकर डोपिंग से लगे बैन पर चर्चा किया है.
पृथ्वी शॉ अब अपने डोपिंग से लगे बैन पर बोले
बहुत ही युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ पर पिछले साल एक बड़ा झटका लगा जब वो भारतीय टीम के प्रमुख सलामी बल्लेबाज कहे जाने लगे थे. लेकिन उसके बाद पृथ्वी शॉ पर डोपिंग के कारण 8 महीने का बैन लग गया. पृथ्वी शॉ अब टाइम्स ऑफ़ इंडिया से उस दौर के बारें में बात करते हुए कहा कि
” आप क्या खाते हैं, इसके बारे में आपको सावधान रहना होगा. यहां तक कि पेरासिटामोल जैसी एक सरल दवा को. यह उन सभी युवा क्रिकेटरों के लिए है जो इन चीजों के बारे में जागरूक नहीं हैं. यहां तक कि अगर आप एक छोटी दवा लेते हैं, तो आपको इसे अपने डॉक्टर या बीसीसीआई डॉक्टरों से बात करना चाहिए. डॉक्टरों को प्रतिबंधित पदार्थों के बारे में पूछना और आवश्यक सावधानी बरतना बेहतर है ताकि आप परेशानी में न पड़ें.”
बैन के समय को पृथ्वी शॉ ने बताया संकट
अन्य साथी युवा खिलाड़ियों को जागरूक करते हुए अब पृथ्वी शॉ बोल रहे हैं. डोपिंग से बैन के समय को बड़े संकट की तरह बताते हुए पृथ्वी ने कहा कि
” मेरे मामले की तरह, मेरे पास एक कफ सिरप था जो मुझे नहीं पता था कि एक प्रतिबंधित पदार्थ था. मैंने इससे सबक सीखा है और इसे नहीं दोहराऊंगा. यहां तक कि अगर मेरे पास एक बुनियादी दवा है, तो मैं यह सुनिश्चित करने के लिए बीसीसीआई डॉक्टरों के माध्यम से पूछता हूं कि इसमें कोई प्रतिबंधित पदार्थ नहीं हैं. क्रिकेट से दूर समय मेरे लिए एक मुश्किल दौर था. यह एक बहुत बड़ा संकट था. यह किसी के साथ नहीं होना चाहिए.”
ऑस्ट्रेलिया में लगी चोट पर बोले शॉ
वर्ष 2018 के अंत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर लगी चोट के बारें में बोलते हुए पृथ्वी शॉ ने कहा कि
” हाँ अंडर19 विश्व कप जीतना, टेस्ट पर्दापण के दौरान शतक लगाना बहुत खास पल है. लेकिन मुझे नहीं लगता की मैंने सब कुछ बहुत हल्के में लिया. डोपिंग के कारण लगे बैन में मैं अपनी गलती जरुर मानता हूँ लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगी चोट में मेरे हाथ में कुछ भी नहीं था. वहां पर मेरी गलती बिलकुल भी नहीं थी.”