विजय हजारे ट्रॉफी 2022 में अब युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। उन्होंने मिजोरम के खिलाफ आज यानी की 19 नवंबर को अर्धशतकीय पारी खेलते हुए टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। इस दौरान उनके बल्ले से 8 चौके और 2 छक्के भी निकला।
पृथ्वी शॉ के बल्ले से निकला अर्धशतक
विजय हजारे ट्रॉफी 2022 के आज के मिजोरम बनाम मुंबई मुकाबले में पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) की विस्फोटक पारी ने मुंबई को जीत दिलाई। उन्होंने 39 गेंदों में 8 चौके और 2 छक्को की मदद से 54 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इस घरेलू टूर्नामेंट में ये उनका अबतक का पहला अर्धशतकीय पारी है। उनकी इसी धमाकेदार बल्लेबाजी ने मुंबई को जीत के करीब लाकर खड़ा कर दिया।
लिस्ट-ए में दिखाया जलवा
लिस्ट-ए क्रिकेट में पृथ्वी शॉ ने अबतक 49 मुकाबलों में 53.76 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 2473 रन बनाये जिसमें 8 शतक और 9 अर्धशतक भी शामिल है। यहीं नहीं साल 2018 में टीम इंडिया को अंदर-19 वर्ल्ड कप खिताब वाले कप्तानों में से एक हैं। टीम इंडिया के लिए उन्होंने तीनों ही फॉर्मेट में डेब्यू कर चुके हैं लेकिन पिछले कुछ समय से वो टीम के स्कॉड से बाहर भी चल रहे हैं।
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) के मौजूदा समय के प्रदर्शन को देखते हुए उम्मीद लगाया जा रहा है कि जल्द ही वो टीम इंडिया के स्कॉड में अपनी स्थाई जगह बनाने में कामयाब हो पायेंगे। विजय हजारे ट्रॉफी में पृथ्वी शॉ ने अबतक बंगाल के खिलाफ 26, सर्विसेस के खिलाफ 5, महाराष्ट्र के खिलाफ 32 और मिजोरम के खिलाफ 54 रनों की पारी खेली है।
न्यूजीलैंड-बांग्लादेश दौरे पर नहीं मिला मौका
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) पिछले लंबे समय से ही टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला सफेद गेंद फॉर्मेट में साल 2021 में ही खेला था तो टेस्ट में 2020 के बाद बाद से उन्हें मौका ही नहीं दिया गया। मौजूदा समय में टीम इंडिया न्यूजीलैंड दौरे पर हैं जहां उन्हें फिर से एक बार नजरअंदाज किया गया।
वहीं अगले महीने टीम को बांग्लादेश दौरे पर जाना है और इसमें भी पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। टीम इंडिया के लिए शॉ ने टेस्ट में 42.37 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 5 मैचों की 9 पारियों में 339 रन तो वनडे में 6 मैचों में 31.50 की औसत से 189 ठोक चुके हैं। टी20 में उन्हें महज 1 मैच ही खेलने का मौका मिला था जहां वो एक भी रन नहीं बना पाये थे।