चतुष्कोणीय एकदिवसीय श्रंखला में सोमवार को एक बार फिर शानदार बल्लेबाजी करते हुए मनीष पांडे ने शतक जड़ा. हालांकि इंडिया बी की कप्तानी संभल रहे मनीष पांडे की टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच में हार का सामना करना पड़ा.
इस सीरीज के तीन मैच की तीनों पारियों में मनीष नाबाद रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ नाबाद 117, इंडिया ए के खिलाफ नाबाद 21 और साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ नाबाद 95 रन बनाए.
एशिया कप के लिए टीम में चयन पर ये कहा पांडे ने
मनीष पांडे मध्यक्रम में अपनी जगह मजबूत करना चाहते हैं. उन्होंने कहा ”व्यक्तिगत रूप से मैं सिर्फ बल्लेबाजी के बारे में सोचता हूं. मैं इस समय मध्यक्रम की ओर देख रहा हूं और उस पर कब्ज़ा जमाने की कोशिश कर रहा हूं.”
चतुष्कोणीय सीरीज को मनीष पांडे ने एक ऐसे मौके के रूप में लिया, जहां वह अच्छा कर एशिया कप में जगह बना सकते. उन्होंने कहा ”यह सीरीज रन बनाकर सिद्ध करने के लिए अच्छी प्लेटफॉर्म थी. अब आगे एशिया कप के लिए देखना है. मैं खुद आनंद उठाना चाहता हूं. यहां प्रतिस्पर्धा है, लेकिन मैं उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं जो मैं अच्छा करता हूं.”
मनीष बल्लेबाजी तकनीक में बेहद सक्षम बल्लेबाज हैं. मगर वह अभी तक टीम इंडिया में स्थायी तौर पर अपनी जगह नहीं बना पाए हैं. उन्होंने भारतीय टीम के लिए 20 वनडे और 25 टी-20 मैच खेले हैं. मनीष ने वनडे में 39.27 की औसत से रन बनाते हुए 432 रन बनाए. जिसमें नाबाद 104 रनों का मात्र शतक शामिल है.
वहीं टी-20 में मनीष पांडे ने 42.91 की औसत से 515 रन रन बनाए हैं. मनीष ने 2015 में टी-20 और वनडे में जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया था.
एशिया कप 15 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात(यूएई) में खेला जाएगा. भारत का पहला मैच 18 सितंबर को होगा.जबकि इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 28 सितंबर को खेला जाएगा.