भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑफ स्पिन गेंदबाज रविचन्द्रन अश्विन ने जब से भारतीय टीम के लिए अपने टेस्ट करियर का आगाज किया है, तब से वो लगातार शानदार गेंदबाजी कर रहे है। आर अश्विन जैसे-जैसे आगे बढ़ते गए उन्होनें कई मुकाम हासिल किए। इस दौरान अश्विन ने कई भारतीय दिग्गज गेंदबाजों को पीछे छोड़ दिया। आज वर्तमान में भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन पोजीशन पर है। इसमें आर अश्विन का बहुत बड़ा योगदान है।
विराट कोहली की टीम ने इस घरेलु सीजन में भारत में आने वाली हर टीम को पछाड़ा है। इसमें सबसे पहले न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और अब ऑस्ट्रेलिया को भारतीय टीम ने सीरीज में हराकर इस घरेलु सीजन में 13 टेस्ट मैच में 10 टेस्ट मैच में बाजी मारी है। भारतीय टीम के इस तूफानी प्रदर्शन पर सभी खिलाड़ियों ने अपनी ओर से अहम योगदान दिया है।रविचंद्रन अश्विन को धर्मशाला टेस्ट के बाद मिले क्रिकेट जगत के दो बड़े अवार्ड, जिसके बाद कपिल देव और सुनील गावस्कर ने बांधे अश्विन की तारीफों के पुल
इन सभी खिलाड़ियों के योगदान के बीच भारतीय टीम के स्टार ऑफ स्पिनर गेंदबाज तमिलनाडू के रविचन्द्रन अश्विन के योगदान को भूलाया नहीं जा सकता। अश्विन वैसे तो अपने करियर की शुरूआत से ही शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन कर रहे है, लेकिन इस सीजन में तो अश्विन ने विरोधी टीम के बल्लेबाजों पर अपनी गेंद से कुछ ज्यादा ही कहर बरपाया है।
भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के रांची में हुए तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में ग्लेन मैक्सवैल का विकेट चटकाने के साथ ही अश्विन ने ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया जो उनसे पहले विश्व क्रिकेट में कोई भी गेंदबाज नहीं कर पाया है। अश्विन ने मैक्सवेल के विकेट के साथ ही एक घरेलु सीजन में सबसे ज्यादा 79वां विकेट लेने का कारनामा कर दिखाया। धर्मशाला टेस्ट के तीसरे दिन शानदार प्रदर्शन के बाद अपने खिलाड़ियों के लिए ये क्या बोल बैठे अश्विन
अश्विन से पहले 2007-08 में दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन ने उस घरेलु सीजन में अपने नाम 78 विकेट किए थे। स्टेन के इस रिकॉर्ड को भारत के आर अश्विन ने पीछे छोड़ते हुए ये रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करा दिया। अश्विन ने इससे पहले एक घरेलु सीजन में सबसे ज्यादा 63 विकेट निकालने वाले कपिल देव को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूणे टेस्ट मैच में विकेट निकालकर भारतीय रिकॉर्ड को तोड़ा था।आखिरी टेस्ट मैच में अश्विन को क्यों नहीं मिला मुख्य गेंदाबाज का स्थान
अश्विन ने इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर खुशी जताते हुए ट्वीट किया जिसमें लिखा कि, “ये एक शानदार सीजन रहा, आपके समर्थन और प्यार के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद , ये एक यादगार सफर रहा।”
Been a great season, thanks for all your support and love. The journey was a steep learning curve, loads of memories to cherish @ the end.🙏 pic.twitter.com/oK1pB9fu8N
— Ashwin 🇮🇳 (@ashwinravi99) March 28, 2017