दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच तीन टेस्ट मैचो की ‘फ्रीडम सीरीज’ का अंतिम मुकाबला बुधवार, 24 जनवरी से शुरू हो गया हैं. दोनों देशों के बीच यह आखिरी टेस्ट मैच जोहान्सबर्ग के न्यू वंडर्स स्टेडियम में खेला जा रहा हैं.
जहाँ भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. टॉस जीतकर पहले खेलते हुए टीम इंडिया 187 रनों पर ऑल आउट हो गयी. टीम के लिए कप्तान विराट कोहली 54 और चेतेश्वर पुजारा 50 को छोड़ दिया जाए तो सभी खिलाड़ियों ने एकदम निराश किया.
रहाणे की हुई वापसी
जिसका सभी को एक लम्बे समय से इंतजार था, आख़िरकार वह दिन कल आ गया. जोहान्सबर्ग टेस्ट में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ मैदान पर उतरे. सभी खेल प्रेमी इस बात की उम्मीद लगाये बैठे हुए थे, कि रहाणे इस टेस्ट में एक बड़ी पारी जरुर खेलेगे और टीम मैनेजमेंट को एक करार जवाब देगे…
मगर ऐसा देखना को ना मिला. अजिंक्य रहाणे पहली पारी में 27 गेंदों का सामना करने के बाद 9 रनों के मामूली से स्कोर पर ही चलते बने. अजिंक्य रहाणे को मोर्ने मोर्केल ने एलबीडबल्यू आउट कर अपना शिकार बनाया.
किस्मत ने दिया था एक मौका
आप सभी को बता दे, कि मोर्ने मोर्केल की गेंद पर आउट होने से पहले अजिंक्य रहाणे को एक बड़ा जीवनदान मिल चुका था. दरअसल 48.4वें ओवर में वर्नन फिलेंडर की गेंद पर क्विंटन डी कॉक को अपना कैच थमा बैठे थे, लेकिन वह गेंद बो बॉल निकली और रहाणे बच गये.
टीवी रिप्ले में देखा गया, कि फिलेंडर ने गेंद डालते वक़्त लाइन क्रास कर दी थी और उनके जूते का कोई भी हिस्सा लाइन के पीछे नहीं था. जिसके बाद थर्ड अंपायर ने गेंद को नो बॉल करार दिया और रहाणे को एक बड़ा जीवनदान मिला. मगर रहाणे उसका फायदा ना उठा सके और 52वें ओवर में आउट हो गये.
केपटाउन और सेंचुरियन टेस्ट में अजिंक्य रहाणे के स्थान पर रोहित शर्मा को मौका दिया गया था, लेकिन वह पहले दोनों टेस्ट मैचों में एकदम नाकाम रहे और इस टेस्ट में उपकप्तान रहाणे की वापसी देखने को मिली. हम आशा करते हैं, कि दूसरी पारी में वह जरुर रन बनायेगे.