भारतीय टीम का कोच बनने के सवाल पर द्रविड़ का बड़ा बयान 1

क्रिकेट डेस्क। पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने कहा कि टीम इंडिया का कोच पद स्वीकारना इस बात पर निर्भर करेगा कि क्या उनके पास इस पद को संभालने की क्षमता और समय है या नहीं।

ट्‍वेंटी-20 विश्व कप की समाप्ति के साथ ही टीम इंडिया के निदेशक रवि शास्त्री का अनुबंध समाप्त हो गया। इसके बाद से ही टीम इंडिया के मुख्य कोच के लिए रवि शास्त्री के नाम की अटकलें लगाई जा रही है।

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द्रविड़ ने कहा- इस मामले में मेरा फैसला इस बात पर निर्भर रहेगा, कि क्या मेरे पास इस पद के योग्य क्षमता है। 43 वर्षीय द्रविड़ वर्तमान में भारत ए और भारत अंडर-19 टीम के कोच होने के अलावा दिल्ली डेयरडेविल्स के मेंटर भी है।

द्रविड़ का कहना था कि इसके लिए समय लगता है। आप कभी यह नहीं कह सकते हो कि आप इसके लिए तैयार हो या नहीं। यह भी एक अलग अनुभव है और सीखने की प्रक्रिया है। मैं इस मामले में काफी सोच विचारकर निर्णय लूंगा। ऐसे मामलों में निर्णय लेना आसान नहीं होता है क्योंकि इसके लिए आपको शत प्रतिशत केंद्रित होना होता है।

विश्वकप 2015 के बाद डंकन फ्लेचर का कार्यकाल समाप्त हो गया था, जिसके बाद से भारतीय टीम का कोच पद खाली पड़ा हुआ है, विश्वकप के बाद बीसीसीआई ने उस समय के टीम डायरेक्ट रवि शास्त्री का कार्यकाल टी-20 विश्वकप के लिए बढ़ा दिया था, और सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली एवं वीवीएस लक्ष्मण की 3 सदस्यी टीम को भारतीय टीम चुनने का जिम्मा सौपा था.

इन पूर्व भारतीय दिग्गज खिलाड़ियों की 3 सदस्यी टीम ने 3 अप्रैल को मीटिंग में राहुल द्रविड़ के नाम को भारतीय टीम के कोच पद के लिए सुझाया, इससे पहले राहुल द्रविड़ भारतीय u-19 टीम के कोच थे, द्रविड़ के कोच बनने के बाद भारतीय u-19 टीम ने लगातार 13 मैच जीते थे, जबकि u-19 विश्वकप के फाइनल में उसे वेस्टइंडीज के हाथो हार का सामना करना पड़ा था.

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u-19 टीम द्रविड़ के कोच बनने से पहले काफी मजबूरियों और खराब प्रदर्शन से गुजर रही थी, लेकिन जैसे ही द्रविड़ को टीम का कोच बनाया गया, भारतीय u-19 टीम में गजब का बदलाव आया और उन्होंने साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों को हराया, बांग्लादेश में होने वाले u-19 विश्वकप में भी भारतीय टीम जीत के काफी नजदीक खड़ी थी, लेकिन बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन ने उस मैच में उसे हरा दिया था.

अब ऐसे में अगर राहुल द्रविड़ भारतीय टीम का कोच पद सम्भालते है, तो भारतीय टीम के और भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है, बीसीसीआई ने पहले ही साफ़ कर दिया है, कि वो अब पूर्णकालिक कोच रखना चाहता है, साथ ही बीसीसीआई रविशास्त्री को डायरेक्टर पद पर आगे भी बनाये रखना चाहता है, अगर द्रविड़ भारतीय टीम का कोच बनते है, तो कपिल देव के बाद वो पहले भारतीय कोच होंगे. हालाँकि कपिल देव को खिलाड़ियों के विरोध की वजह से ही बीच में ही कप्तानी पद छोड़ना पड़ा था. क्यूंकि गांगुली और सचिन जैसे खिलाड़ी किसी भारतीय कोच के साथ नहीं खेलना चाहते थे.

 

Sportzwiki संपादक

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