पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ अभी नेशनल क्रिकेट एकेडमी के प्रमुख हैं। पिछले महीने ही उन्हें यह जिम्मेदारी मिली थी। अब उनके खिलाफ हितों का टकराव की शिकायत की गयी है। पहले उन्हें 1 जुलाई को एनसीए की जिम्मेदारी संभालनी थी लेकिन हितों के टकराव मामले की वजह से ही उनकी नियुक्ति में देरी हुई थी।
यह है पूरा मामला
राहुल द्रविड़ के खिलाफ मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने बीसीसीआई के लोकपाल रिटायर जस्टिस डीके जैन से शिकायत की थी। द्रविड़ पर उन्होंने हितों के टकराव का मामला दर्ज करवाया है।
संजीव गुप्ता के अनुसार द्रविड़ एनसीए निदेशक हैं और इंडिया सीमेंट्स समूह के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्यरत हैं। इंडिया सीमेंट्स समूह ही आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स की मालिक है। इसी वजह से उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गयी है।
राहुल द्रविड़ को नोटिस
संजीव गुप्ता के शिकायत पर डीके जैन की तरफ से राहुल द्रविड़ को नोटिस भेजा गया है। उनके पास इसका जवाब देने के लिए दो हफ्ते का समय है। इस बारे में जानकारी देते हुए डीके जैन ने कहा
“हां, मैंने शिकायत मिलने के बाद पिछले सप्ताह श्री राहुल द्रविड़ को एक नोटिस भेजा है। उन्हें हितों का टकराव के आरोपों का जवाब देने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है। उसके जवाब के आधार पर, मैं तय करूंगा कि आगे बढ़ना है या नहीं।”
पहले भी की है शिकायत
यह पहला मौका नहीं है जब मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने हितों के टकराव को लेकर लोकपाल को शिकायत ही हो। उन्होंने आईपीएल के दौरान सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण को लेकर भी शिकायत की थी।
इसके अलावा सौरव गांगुली पर भी हितों का टकराव का आरोप लगा था। ये तीनों खिलाड़ी आईपीएल की फ्रेंचाइजी से जुड़े होने के साथ ही क्रिकेट सलाहकार समिति का हिस्सा भी थे। वहीं गांगुली कैब के अध्यक्ष भी थे। अब ये तीनों दिग्गज सीएसी की हिस्सा नहीं हैं।