टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) में टीम इंडिया (Team India) का सफर सेमीफाइनल में ही समाप्त हो गया था। सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड ने भारत को 10 विकेट से करारी मात दी थी। भारत की इस करारी हार के बाद से ही हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के रणनीति की कड़ी आलोचना हो रही है।
कहा जा रहा है कि भारत कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के जिद्द की वजह से हारा है। हालांकि, इसमें कहीं ना कहीं सच्चाई दिखती है। ऐसे में आज हम आपको भारतीय हेड कोच के उन 3 बड़े फैसलों के बारे में बताएंगे, जिसकी वजह से हाथ में आया हुआ विश्व कप भारत के हाथ से निकल गया।
अश्विन को बार-बार मौका देना
टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने आर अश्विन को पूरे टूर्नामेंट में मौका दिया लेकिन अश्विन एक मैच में भी बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हो पाए, जिसकी वजह से युजवेंद्र चहल जैसे गेंदबाजों को मौका नहीं मिल पाया।
अश्विन ने विश्व कप में महज 6 विकेट चटकाए, जिसमे से पांच विकेट छोटी टीमों यानी नीदरलैंड और ज़िम्बावे के खिलाफ आये हैं। साथ ही उन्होंने बल्लेबाजी में भी कोई ख़ास योगदान नहीं दिया है। वो विश्व कप 2022 में महज 21 रन बना पाए। ऐसे में कोच की अश्विन को खेलाने की जिद्द भारत पर भारी पड़ गया।
केएल राहुल को टीम ड्रॉप ना करना
टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने पूरे विश्व कप में मानों केएल राहुल पर अपनी कृपा बना रखी थी। ख़राब प्रदर्शन करने के बावजूद भी उन्होंने राहुल को प्लेइंग 11 में मौका दिया और नतीजा यह हुआ कि यह बल्लेबाज भारत को एक मैच में भी बेहतर शुरुआत नहीं दिला पाया।
पूरे टूर्नामेंट में केएल राहुल 128 रन ही बना सके। इसमें से दो अर्धशतक सिर्फ बांग्लादेश और जिम्बाव्बे जैसी टीमों के खिलाफ ही आए हैं। द्रविड़ चाहते तो राहुल के बैटिंग ऑर्डर में बदलाव कर सकते थे या उन्हें टीम से ड्रॉप कर दीपक हुड्डा को भी बतौर सलामी बल्लेबाज मौका देकर देख सकते थे।
रिषभ पंत को मौका देना भी गलती और ना देना भी गलती
टीम इंडिया (Team India) के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने पूरे विश्व कप में पहले तो रिषभ पंत को मौका ही नहीं दिया लेकिन जब मौका दिया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। द्रविड़ ने पाकिस्तान, नीदरलैंड, बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिनेश कार्तिक को मौका दिया लेकिन जब टीम सेमीफाइनल में पहुँचने के कगार पर खड़ी थी…
तब अचानक से द्रविड़ ने रिषभ पंत को जिम्बाव्बे के खिलाफ प्लेइंग 11 में मौका दे दिया जहाँ वो मात्र 3 रन पर आउट हुए जबकि सेमीफाइनल में कोहली को बचाने के चक्कर में खुद रन आउट हो गए। हालांकि, वहां भी वो लय में नजर नहीं आ रहे थे। ऐसे में हेड कोच को सेमीफाइनल में कार्तिक को वापस बुलाने की जरूरत थी जो अंतिम मौकों पर कुछ बड़े शॉट्स लगाकर स्कोर को आगे बढ़ा देते।