IND vs NZ Test Series: इंडियन क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने न्यूजीलैंड को मुंबई टेस्ट में 373 रनों के विशाल अंतर से हरा कर टेस्ट सीरीज पर 1-0 से कब्जा कर लिया है. मुंबई टेस्ट (Mumbai Test) को 372 रनों से जीतते ही टीम इंडिया का टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड दर्ज हो गया. इसके बाद कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने कई राज खोले.
टी20 के बाद टेस्ट सीरीज में मिली जीत
बतौर कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के लिए ये पहला टेस्ट क्रिकेट सीरीज था, जिसमें उन्होंने जीत के साथ ही सफल शुरूआत की. इससे पहले राहुल द्रविड़ के कोच बनते ही टी20 सीरीज में भी टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 3-0 से हराया था. मुंबई टेस्ट मैच के साथ सीरीज टीम इंडिया के झोली में जाने के बाद कोच बाद राहुल द्रविड़ ने खुशी जताई है.
साथ ही उन्होंने कहा है कि बड़े प्लेयर्स की गैरमौजूदगी में इस टीम के युवा खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिखाया. मैच की समाप्ति के बाद राहुल द्रविड़ ने बातचीत के दौरान कीवी टीम को फॉलो ऑन न खिलाने के फैसले से लेकर टीम चयन के लिए खिलाड़ियों की दावेदारी पर भी अपनी राय प्रतिक्रिया दी. वहीं, अफ्रीका दौरे पर इन खिलाड़ियों को मौके देने की तरफ इशारा किया है.
सीनियर्स प्लेयर्स की नहीं खली कमी
टीम इंडिया के टेस्ट सीरीज जीतने के बाद भारतीय कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने कहा,
”विजेता के रूप में सीरीज खत्म करना अच्छा है. कानपुर में हम काफी करीब थे लेकिन आखिरी विकेट ले नहीं पाए थे. फिर मुंबई में कड़ी मेहनत करनी पड़ी. यह नतीजा भले ही एकतरफा लगे लेकिन पूरी सीरीज में हमें पूरा जोर लगाना पड़ा. कुछ हिस्से थे जहां पर हम लोग पीछे थे और आगे आने के लिए हम पलटवार करना पड़ा. इसका क्रेडिट टीम को जाता है. लड़कों को आगे बढ़कर मौकों का फायदा उठाते हुए देखकर अच्छा लगा.”
युवा खिलाड़ियों को द्रविड़ ने सराहा
टेस्ट टीम में युवा खिलाड़ियों की तरफ से किए गए प्रदर्शन पर भारतीय कोच ने संतुष्टि जताते हुए सराहा भी. उनका मानना है कि सीनियर प्लेयर्स( Seniors Players) की पोजिशन को युवाओं ने भरा और कमी महसूस नहीं होने दी. द्रविड़ ने कहा,
”हां, हमारे कुछ सीनियर खिलाड़ी मौजूद नहीं थे. उनकी जगह आए प्लेयर्स को क्रेडिट जाता है कि उन्होंने कमी नहीं खलने दी. जयंत के लिए कल का दिन मुश्किल था लेकिन उसने आज उससे सीखा. मयंक, श्रेयस सबने अच्छा किया. सिराज को ज्यादा मौके नहीं मिले. अक्षर को गेंद के साथ ही बल्ले से भी योगदान देते हुए देखकर अच्छा लगा. इससे हमें काफी ऑप्शन मिलते हैं और एक मजबूत टीम बनाने में मदद होती है.”
युवा खिलाड़ियों से बैटिंग कराने का था प्लान
मुंबई टेस्ट मैच (Mumbai Test Match) में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को महज 62 रनों पर ढेर कर दिया, बावजूद इसके फॉलो ऑन नहीं दिया. इस पर कई दिग्गज क्रिकेटरों ने आश्चर्य भी जताया था. हालांकि, इन सब से कोच द्रविड़ का नजरिया अलग था. फॉलो ऑन नहीं देने के मसले पर राहुल द्रविड़ ने कहा,
”हमें पता था कि हमारे पास काफी वक्त है. इसलिए फॉलो ऑन के बारे में ज्यादा सोचा नहीं. फिर टीम में कई युवा बल्लेबाज थे तो उन्हें इस तरह के हालात में बैटिंग करने का मौका देना चाहते थे. क्योंकि भविष्य में इस तरह के हालात बन सकते हैं जहां हमें मुश्किल हालात में तेजी से रन बनाने की जरूरत हो. इसलिए यह बड़ा अच्छा मौका था. साथ ही समय की भी कमी नहीं थी.”