न्यूजीलैंड में चौंथी बार अंडर-19 विश्वकप जीतने वाली भारतीय अंडर-19 टीम के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने प्राइज के तौर पर इनामी राशि की घोषणा की है। बीसीसीआई ने भारतीय अंडर-19 टीम के सभी खिलाड़ियों के लिए 30-30 लाख रूपये देने की घोषणी की है।
वहीं अंडर-19 टीम के खिलाड़ियों के बेशुमार मेहनत करने वाले 45 वर्षीय कोच राहुल द्रविड के लिए बीसीसीआई ने 50 लाख रुपये की इनामी राशि का ऐलान किया है। इसके साथ टीम के साथ हमेशा रहने वाले स्पोर्टिंग स्टाफ के सदस्यों के लिए बीसीसीआई ने 20 लाख रुपयों की इनामी राशि का ऐलान किया है।
बीसीसीआई से नाराज राहुल द्रविड
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड बीसीसीआई के इस रवैये से खुश नहीं है। राहुल द्रविड साधारण तौर पर कभी ज्यादा मीडिया में आकर सुर्खियों में बनने की कोशिश नहीं करते हैं। लेकिन बीसीसीआई के इनामी राशि में भेदभाव से आहत होकर राहुल द्रविड ने मीडिया से कहा कि अलग-अलग राशि का इनाम देना ठीक नहीं है।
सभी को मिलना चाहिए बराबर का सम्मान
राहुल द्रविड ने कहा कि मैं शुरू से कहता आया हूं कि इस टीम के सफलता के पीछे हर उस शख्स का हाथ हैं जो इस दौर में इस टीम के साथ था।
भारत के पूर्व कप्तान ने कहा कि इस टीम के स्पोर्टिंग स्टाफ ने टीम के लिए खिलाड़ियों के साथ पूरे दौरे में काम किया है। उनका इस सफलता के पीछे काफी बड़ा रोल रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के मुताबिक द्रविड ने कहा कि “मैं बीसीसीआई के इस रवैये से काफी नाराज हूं। बीसीसीआई ने पैसो में इतना बड़ा अंतर रखा है, लेकिन उसे समझना चाहिए कि इस सफलता में कोच का जितना योगदान है उतना ही खिलाड़ियों का भी है और स्पोर्टिंग स्टाफ का भी है।”
राहुल द्रविड ने कहा कि “हमने इस टीम को बनाने के लिए काफी मेहनत की है और मैं चाहता हूं कि सभी तो बराबर का ईनाम दिया जाए।”
पूरे विश्व कप में छाई द्रविड की सेना
गौरतलब है कि राहुल द्रविड की इस सेना की तारीफ देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी हो रही है। इस अंडर-19 टीम ने अंडर-19 विश्व कप में ना सिर्फ जीत हासिल की बल्कि दुनिया की किसी भी दूसरी टीम को अपने आस-पास भी आने नहीं दिया। पूरे विश्वकप में भारत का दबदबा छाया रहा।
भारतीय टीम ने पहले ग्रुप के सारे मैच फिर क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फिर फाइनल सभी मुकाबलों में एकतरफा जीत हासिल की। जिससे पता चलता है कि इस टीम को तैयार करने में कोच राहुल द्रविड और स्पोर्टिंग स्टाफ ने कितनी मेहनत की है।