भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का दर्शकों को काफी समय से इंतज़ार है, 9 नवंबर को इस सीरीज का पहला मैच सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के मैदान पर खेला जायेगा.
बीसीसीआई काफी समय से अंपायर के फैसले को बदलने के लिए यूडीआरएस के विरोध में रहा है, लेकिन अब नये कोच और कप्तान के साथ भारतीय क्रिकेट टीम भी इसे अपनाने के लिए तैयार है.
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सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव, निरंजन शाह ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, कि पहले टेस्ट मैच के दौरान डीआरएस का इस्तेमाल किया जायेगा.
शाह ने आगे बढ़ते हुए कहा, कि
“डीआरएस फ़िलहाल ट्रायल के आधार पर ही अपनाया जायेगा, लेकिन इसमें सभी चीज़े जैसे बॉल ट्रैकिंग सिस्टम और हॉट स्पॉट सब शामिल होंगी.”
सचिन तेंदुलकर से लाकर महेंद्र सिंह धोनी तक सभी दिग्गज इस तकनीक के 100 प्रतिशत पुख्ता न होने के कारण इसके विरोध में रहे थे, और बीसीसीआई ने अपने खिलाड़ियों का पूरा साथ दिया था.
लेकिन अब भारतीय टेस्ट टीम की कमान विराट कोहली के पास है और विराट धोनी से बिलकुल अलग मानसिकता रखते है और उन्होंने खुद भी कई बार डीआरएस अपनाने की बात कही है.
अभी यह देखना अहम होगा, कि क्या बीसीसीआई इस सीरीज के बाद भी डीआरएस पर कायम रहेगा या नहीं.
भारतीय टीम ने हाल में न्यूज़ीलैण्ड का व्हाइटवाश किया था और इस वजह से उनके हौसले बुलंद है, लेकिन इंग्लैंड की टीम कुछ दिन पहले बांग्लादेश के खिलाफ मिली हार से दुविधा में होगी.
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इंग्लैंड के पास सबे बड़ी समस्या है, उनकी बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी में अनुभव की कमी. जेम्स एंडरसन के बाहर होने के बाद अब टीम की गेंदबाज़ी का सारा दारोमदार स्टुअर्ट ब्रॉड के हाथों में है, तो वही बल्लेबाज़ी का सारा भार एलेस्टर कुक के कंधो पर होगा.