क्रिकेट के मैदान में ऐसा बहुत कम देखा गया है जब किसी क्रिकेटर की मौत उसके जुनून क्रिकेट की गेंद ने ही ले ली हो। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि क्रिकेट के मैदान में किसी एक भी खिलाड़ी ने जान नहीं गंवायी हो। ऐसा कुछ क्रिकेटरों के साथ हुआ है जिसमें भारत के भी एक क्रिकेटर रहे हैं जिनको गेंद लगने से दुनिया को अलविदा कहना पड़ा हो।
मैदान में गेंद लगने से दुनिया को अलविदा कहने वाले रमन लांबा जन्मे थे आज ही के दिन
ये क्रिकेटर हैं भारत के दिवंगत क्रिकेटर रमन लांबा… जी हां भारत के लिए खेल चुके रमन लांबा को बांग्लादेश में एक स्थानीय लीग क्रिकेट में लगने से 38 साल की उम्र में ही दुनिया से विदा लेना पड़ा।
अब आप सोच रहे होंगे कि अचानक ही दिवंगत क्रिकेटर रमन लांबा का जिक्र क्यों हो रहा है तो आपको बतां दे कि आज यानि 2 जनवरी के ही दिन रमन लांबा ने इस दुनिया में प्रवेश किया था यानि 2 जनवरी के दिन ही उनका जन्म हुआ था।
38 साल की उम्र में ही गेंद लगने से हुई मौत
रमन लांबा का जन्म 2 जनवरी 1960 को उत्तर प्रदेश में हुआ था।लेकिन केवल 38 साल की उम्र में ही 23 फरवरी 1998 को रमन लांबा की बांग्लादेश के एक लोकल क्रिकेट लीग में गेंद लगने से मौत हो गई।
भारत की नेशनल टीम के लिए रमन लांबा ने दोनों ही फॉर्मेट खेलने में सफलता हासिल की लेकिन वो अपने करियर को ज्यादा लंबा नहीं खींच सके। रमन लांबा ने भारत के लिए जहां 32 वनडे मैच खेले तो वहीं 4 टेस्ट मैच ही खेल सके।
रमन लांबा को बांग्लादेश में एक लोकल लीग में ऐसे लगी गेंद
बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बंगबंधु स्टेडियम में ढाका क्लब क्रिकेट लीग में रमन लांबा हेलमेट पहने बिना ही शॉर्ट लेग पर फील्डिंग कर रहे थे। तभी बल्लेबाज मेहराब हुसैन ने गेंद को जोर से हिट किया जो रमन लांबा से सिर पर जा लगी। इसके बाद कुछ ज्यादा ही खून बहने से रमन लांबा दुनिया को अलविदा कह गए।
रमन लांंबा का करियर
रमन लांबा ने भारत के लिए साल 1986 में अपने इंटरनेशनल टेस्ट करियर का डेब्यू किया। तो महज एक साल के भीतर ही उनका 4 मैचों का टेस्ट करियर खत्म हो गया। इस दौरान उन्होंने 20.40 की औसत से 102 रन ही बनाए। जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 53 रन रहा।
इसके अलावा रमन लांबा ने भारतीय टीम के लिए 32 वनडे मैच खेले। जिसमें उन्होंने 27 की औसत से 783 रन बनाने में कामयाबी हासिल की। इस दौरान उन्होंने 1 शतक जड़ा तो 6 पचासे भी लगाए।
भले ही इंटरनेशल क्रिकेट तो रमन लांबा इतना अच्छा नहीं बना सके लेकिन उन्होंने प्रथम क्रिकेट श्रेणी में बेहतरीन प्रदर्शन किया। लांबा ने 121 मैचों में 8776 रन बनाए जिसमें उनका औसत 53.84 का रहा। इसमें 31 शतक और 27 अर्धशतक भी लगाए। तो 320 रन बेस्ट स्कोर रहा।
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