सुप्रीम कोर्ट की तरफ से निर्वाचित किये गए कमेटी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेटर रामचंद्र गुहा ने 1 जून को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसका प्रमुख कारण में ऐसी अटकले लागई जा रही थी, कि उन्होंने कोहली और कुंबले के बीच चल रहे विवाद के कारण अपने पद को छोड़ दिया वहीँ जबकि उनके कार्यकाल को पूरा होने में अधिक वक़्त नहीं बचा था. उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र देने के बाद एक चेयरमैन विनोद रॉय को लिख कर अपने इस कदम को उठाने के कारणों को बताया जिसमे उन्होंने कई सारे कारण लिखे.अब भारतीय क्रिकेट के साथ नहीं होगा बीसीसीआई, अब इस बोर्ड के हाथ में होगी भारतीय क्रिकेट का भविष्य
उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा था
रामचन्द्र गुहा ने अपने इस लेटर में जो बात प्रमुख रूप से रखी वह थी वह उनके साथ अच्छे व्यवहार की उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के बड़े नाम उन्हें बिलकुल भी तरजीह नहीं दे रहे थे, गुहा ने जब लेटर लिखा तो उसमे उन्होंने कई सारे अपने पॉइंट्स रखे जिस कारण उन्होंने नाराज होकर इस पद से इस्तीफा दे दिया था, इसके अलावा पारदर्शिता का भी मुद्दा उन्होंने अपने इस लेटर में उठाया है.शर्मनाक: चैम्पियंस ट्रॉफी के पहले ही मैच में इंग्लैंड के खिलाफ पहले की बेईमानी फिर भारतीय अम्पायर से उलझे तमीम इक़बाल
लेटर के 7 पॉइंट
रामचंद्र गुहा ने 2 जून को अपने इस लेटर को सार्वजानिक किया और इसमें उन्होंने कुल 7 बिन्दुओं पर अपनी नाराजगी व्यक्त की जो निम्न है.
1 . सीओए कंफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के मुद्दे को सुलझाने में नाकाम साबित हुआ क्योकि आईपीएल के दौरान राहुल द्रविड़ दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच पद पर थे जबकि वे दूसरी तरफ भारतीय टीम के ए और जूनियर टीम के कोच का पद भी संभाले हुए थे.
2 . बीसीसीआई के अनुबंधित कमेंट्री टीम में शामिल सुनील गावस्कर एक प्लेयर मेनेजमेंट के हेड के रूप में भी कार्य कर रहे है.
3 . एमएस धोनी को ए ग्रेड के कोंट्राक्ट में रखा गया है जबकि वे टेस्ट नहीं खेलते है.
4 . भारत की टीम के कोच के पद को जिस तरह से विवादों में लाया जा रहा वह सही नहीं है जबकि कुंबले का रिकॉर्ड अब तक काफी अच्छा रहा है और चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले इस तरह के विवाद टीम के लिए नुकसान दायक है.
5 . सीओए ने पूरी तरह से घरेलु क्रिकेट से दुरी बना ली है जिस कारण अब घरेलू खिलाड़ियों और अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के बीच मैच फीस के मामले में काफी अंतर देखने को मिल रहा है.
6 . सीओए उस समय भी चुप रहे जब बीसीसीआई ऑफिशियल के रूप में उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया था.
7 . सीओए के सदस्यों में कोई पुरुष क्रिकेटर नहीं है इसलिए मैंने जवागल श्रीनाथ को शामिल करने का मैंने कमेटी में प्रस्ताव रखा था.
गुहा को सुप्रीम कोर्ट ने किया था नियुक्त
रामचंद्र गुहा उन चार लोगों में से एक है, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में नियुक्त किया था, उन्होंने गुरूवार को अपने इस त्यागपत्र के बारे में शीर्ष अदालत को अवगत करा दिया था, जज एम. एम. शानतानागौदर और दीपक गुप्ता को गुहा के इस निर्णय को उनके काउंसल ने बता दिया था.नेट्स गेंदबाज़ ने बताया कोहली, धोनी या युवराज नहीं बल्कि टीम इंडिया के इस बल्लेबाज़ ने किया सबसे अधिक प्रभावित