विश्व क्रिकेट में आईसीसी विश्वकप के 12 वें संस्करण का आगाज चंद दिनों में ही शुरु होने वाला है. सभी टीमों के पास कम से कम एक रिजर्व विकेटकीपर के रुप में दिग्गज खिलाड़ी उपलब्ध है. एक विककेटकीपर के रुप में खिलाड़ी के पास जिम्मेदारियों का अंबार होता है. वह स्टंप के पीछे, बल्ले के साथ, और तो और उसको डीआरएस का बेताज बादशाह भी होना चाहिए. डीआरएस का इस्तेमाल कहां पर करना है, इस कला को तो कोई धोनी सरीखे बल्लेबाज से ही सीख सकता है.
महेंद्र सिंह धोनी. जोस बटलर, समेत सभी टीमों के खिलाड़ी अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण पक्ष से रुबरु कराते हैं. आज हम उन विकेटकीपरों के हाल में किए गए प्रर्दशन के आधार पर उन्हें रैकिंग दी है.
10. एलेक्स कैरी
एलेक्स कैरी जिन्होंने एकदिवसीय क्रिकेट में साल 2018 में पदार्पण किया, अन्य विकेटकीपरं की तुलना में इनके पास अनुभव कम हैं. इन्होंने अभी तक खले गए मैचों में मात्र एक अर्धशतक लगाया है.
कैरी आस्ट्रेलिया में उपस्थित एकमात्र विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. अगर ये उम्मीद के मुताबिक प्रर्दशन करने में नाकामयाब हो जाते हैं तो टीम के लिए परेशानी हो सकती है.
9. सरफराज अहमदः
पाकिस्तानी कप्तान सरफराज अहमद जो कि पाक टीम में विकेटकीपर की भूमिका में हैं. हाल के दिनों में उन्होंने क्षमता के अनुरुप प्रर्दशन किया है. इनकी अंदर एक खूबी है कि वह मैदान पर समय बिता सकते हैं. स्ट्राइक रोटेट करने की कला सरफराज के पास मौजूद है.
8. मोहम्मद शहजादः
मोहम्मद शहजाद जो कि अफगान टीम के बल्लेबाजी की रीढ़ की हड्डी बने हुए हैं, इन्होंने अपने प्रर्दशन के बदौलत टीम को कई बार जीत दिलाई, वह इस समय 36 के साधारण औसतन से बल्लेबाजी कर रहे हैं. विश्वकप 2015 के बाद से वह लय में दिखआई दे रहे हैं, इस दौरान उन्होंने 1836 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं.
7. कुशल परेराः
बाए हाथ के श्रीलंकाई बल्लेबाज कुशल परेरा जो अभी तक एकदिसीय क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी क्षमता को सही ठहराने में नाकाम रहे हैं. विश्वकप 2015 के बाद 35.42 की साधारण औसत से 1417 रन बनाए हैं. लेकिन वह उस लय में नहीं दिखाई दिए, जिसके लिए वह जाने जाते हैं.
6. टॉम लाथमः
बाए हाथ के बल्लेबाज टॉम लाथम इस सूची में छठे स्थान पर आते हैं. विश्वकप 2015 के बाद इन्होंने लगभग 38 की औसत और 86 से अधिक की स्ट्राइक-रेट के साथ 1893 रन बनाए हैं. इनके पास स्पिनरों को समझने की अच्छी तरकीब है, इसको देखते हुए वह विश्वकप में अच्छा प्रर्दशन करते हुए नजर आ सकते हैं.
5. मुस्फिकुर रहीमः
बाएं हाथ के बांग्लादेशी विस्फोटक बल्लेबाज मुस्फिकुर रहीम ने विश्वकप 2015 के बाद टीम के लिए लगातार प्रर्दशन किया है. लगभग 48 के औसत से बल्लेबाजी करते हुए इन्होंने 2100 से अधिक रन बनाए, इसके साथ ही वह बांग्लादेशी टीम के दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर के रुप में सामने आयें.
4. शाई होपः
विंडीज के विकेटकीपर बल्लेबाज के रुप में टीम में उपस्थित इस बल्लेबाज ने पिछले कुछ सालों में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है. इन्होंने 2017 के बाद 2060 रन बनाए हैं. हालांकि इनको स्ट्राइक रेट में सुधार की आवश्यकता प्रतीत होती है, जो 80 से भी कम है.
3. महेंद्र सिंह धोनीः
टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज के रुप में महेंद्र सिंह धोनी का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है. डीआरएस के मास्टर धोनी ने अगर डीआसएस ले लिया तो मान लिया जाये कि उस बल्लेबाज के आउट होने की संभावना 80 प्रतिशत हो जाती है.
विश्वकप के बाद उन्होंने 44 के औसत से 2000 से अधिक रन बनाए हैं. इस वर्ष हुए आईपीएल में वह शानदार फार्म में दिखाई दे रहे थे, विश्वकप में वह फिनिशर की भूमिका को निभा सकते हैं.
2. क्विंटन डिकॉक
दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज के रुप में बल्लेबाजी करने वाले क्विंटन डीकाक जिन्होंने विश्वकप 2015 के बाद 50 से अधिक औसत से रन बनाए हैं. इस दौरान 2971 रन बनाए हैं.
इस दौरान इन्होंने 100 से अधिक स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है. 26 वर्षीय बल्लेबाज ने पिछले विश्व कप के बाद से आठ शतक और सोलह अर्धशतक बनाए हैं, जो सभी विकेटकीपर बल्लेबाजों में सबसे अधिक है.
1. जोस बटलरः
इग्लिश विकेटकीपर बल्लेबाज जॉस बटलर इस समय शानदार फार्म में है. विश्वकप 2015 के बाद 50 से अधिक की औसत से 125 की शानदार स्ट्राइक रेट से 2251 रन बनाए हैं. विश्व कप 2015 के बाद, उनके पास एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे अधिक आउटसाइड (85 कैच और 21 स्टंपिंग) हैं.
अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो, प्लीज इसे लाइक करें. अपने दोस्तों तक ये खबर पहुंचाने के लिए शेयर करे और साथ ही अगर कोई सुझाव देना चाहते है तो प्लीज कमेंट करें. अगर आपने अभी तक हमारे पेज को लाइक नहीं किया है. तो कृपया अभी लाइक करें , जिससे लेटेस्ट अपडेटस आपतक पहुंचा सके.