अंडर-19 विश्व कप 2020 में भारत के लिए रवि बिश्नोई ने शानदार गेंदबाजी की। फाइनल मैच में भी उन्होंने भारतीय टीम की वापसी कराई थी। 177 रनों का लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने बिना किसी विकेट के नुकसान पर 50 बना लिए थे। इसके बाद रवि बिश्नोई ने विकेट लेने का सिलसिला शुरू कर दिया।
विश्नोई के नाम 4 विकेट
50 रनों पर बिना विकेट खोए खेल रही बांग्लादेश की टीम 65/4 हो गए। ये सभी विकेट रवि बिश्नोई को मिले। पहले उन्होंने तंजीद हसन को आउट दिया। इसके बाद सेमीफाइनल मैच में शतक बनाने वाले महमुदुल हसन गुगली पर बोल्ड हो गए। इसके बाद भारत के जीत की उम्मीद बंधने लगी थी।
अंडर-19 क्रिकेट के सबसे सफल बल्लेबाजों में शामिल तौहीद हिरदॉय बिना खाता खोले गुगली पर एलबीडब्लू हुए। शहादत हुसैन भी रवि की स्पिन को नहीं समझ पाए और 1 रन बनाकर स्टंप हो गए। इसके बाद बिश्नोई को कोई सफलता नहीं मिली। 10 ओवर की गेंदबाजी में उन्होंने 30 रन देकर 4 विकेट लिये।
टूर्नामेंट के सबसे सफल गेंदबाज
रवि बिश्नोई 2020 अंडर-19 विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी हैं। उन्होंने 6 मैचों में 17 बल्लेबाजों को आउट किया। यह किसी एक अंडर-19 विश्व कप में भारतीय गेंदबाज का सबसे ज्यादा विकेट भी है। इसके बाद भी भारतीय टीम विश्व कप को देश वापस नहीं ला पाई।
शलभ श्रीवास्तव (2000), अभिषेक शर्मा (2002), कुलदीप यादव (2014) और अनुकुल रॉय (2018) ने भारत के लिए 15-15 विकेट लिए थे। 3 मैचों में बिश्नोई ने 4-4 विकेट लिये और दो मैच में उन्हें मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में उनके बल्ले से 30 रनों की पारी भी निकली थी।
भाई हार से निराश
रवि बिश्नोई के बड़े भाई अशोक बिश्नोई ने भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शऩ की तारीफ की। इसके साथ ही वह टीम के हार से निराश भी हैं। मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए अशोक ने कहा
“मेरे भाई ने टूर्नामेंट में 17 विकेट लिए और आज के फाइनल में चार विकेट भी लिए। न केवल उसे बल्कि पूरी टीम ने अच्छा खेला लेकिन भारत के हारते ही हम निराश हैं।”