क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण ने भारतीय टीम के लिए रवि शास्त्री को कोच चुना था। हाल ही में शास्त्री को चुनने के बाद सीएसी चर्चा का विषय बन गई थी। सीएसी ने विराट कोहली को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया था, जिसकी कई लोग सराहना कर रहे थे तो कुछ लोग आलोचना भी कर रहे हैं। इसके इतर बीसीसीआई ने इन तीनों पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों को बिना फीस लिए कोच चुनने पर शुक्रिया कहा है।
सीएसी के सदस्यों को बीसीसीआई ने कहा शुक्रिया –
सीएसी के तीनों सदस्यों ने कोच चयन प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी बनाए रखा था। बीसीसीआई सीएसी के सदस्यों से खुश है। उसने अपने बयान में इन तीनों पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों का शुक्रिया अदा किया है। बीसीसीआई ने बयान में कहा, टीम इंडिया के लिए बिना किसी फायदे के कोच चुनने पर बीसीसीआई सीएसी की शुक्रगुजार है। सीएसी ने इस चयन प्रक्रिया मे पूरी पारदर्शिता बरती है जो कि सराहनीय है। फाइनल मैच में मिली हार के बाद स्टीव स्मिथ ने जयदेव उनादकट और सुंदर की नहीं बल्कि मुंबई के इस खिलाड़ी की किया तारीफ
शास्त्री के काम को देखते हुए उनका हुआ चयन –
बीसीसीआई ने जारी के बयान में रवि शास्त्री का भी जिक्र किया है। उसने कहा है कि शास्त्री का चयन उनके दमदार प्रजेंटेशन को देखते हुए किया गया है। उन्होंने यह बात जाहिर की है कि वो टीम इंडिया को अपनी कोचिंग में किस तरह से आगे लेकर जायेंगे। रवि शास्त्री के चयन के पीछे उनके काम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। शास्त्री बतौर डायरेक्टर भी अहम भूमिका निभा चुके हैं। इसी वजह से उन्हें कोच का पद दिया गया है। शर्मनाक: चैम्पियंस ट्रॉफी के पहले ही मैच में इंग्लैंड के खिलाफ पहले की बेईमानी फिर भारतीय अम्पायर से उलझे तमीम इक़बाल
जहीर और द्रविड़ को चुनने में शास्त्री की सहमति –
सीएसी ने रवि शास्त्री को कोच चुनने के साथ ही राहुल द्रविड़ और जहीर खान को सलाहकार के तौर पर चुना है। बीसीसीआई ने अपने बयान में इस बात का जिक्र करते हुए कहा है कि शास्त्री के साथ जहीर और द्रविड़ को चुनने के फैसले में शास्त्री की सहमति ली गई थी। उनकी सहमति के बाद ही जहीर और द्रविड़ को चुना गया है। द्रविड़ और जहीर अनुभवी खिलाड़ी रह चुके हैं। लिहाजा उनका अनुभव टीम इंडिया के काम आयेगा।