रवि शास्त्री को भारतीय टीम का नया कोच चुनने के बाद जहीर खान और राहुल द्रविड़ को भी बतौर सलाहकार टीम में एक अहम भूमिका दी गई है। रवि शास्त्री कोच के लिए कप्तान विराट कोहली की पसंद थे। लिहाजा शास्त्री को इस बात का फायदा मिला और उन्हें कोच चुन लिया गया। शास्त्री बतौर क्रिकेटर प्रभावी प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने टीम इंडिया के लिए कई बार दमदार प्रदर्शन किया है। यूं तो शास्त्री की कई बातें हैं जो क्रिकेट में याद की जाती हैं, लेकिन इनमें से उनका चपाती शॉट सबसे ज्यादा याद किया जाता है।
बतौर स्पिनर करियर की शुरुआत –
भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी रवि शास्त्री ने अपने करियर की शुरुआत बतौर लेफ्ट स्पिनर की थी। हालांकि इसके बाद वो ऑल राउंडर खिलाड़ी बन गए। उन्होंने 19981 में टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने टीम इंडिया के लिए जबर्दस्त प्रदर्शन किया। शास्त्री ने अपना क्षमता से कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया था। शास्त्री ने करियर की शुरुआत में टेस्ट मैचों में नंबर दस पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन 18 महीने ही उन्होंने खुद को आगे बढ़ाते हुए टेस्ट मैच में बतौर ओपनर खेलने लगे। BREAKING NEWS: अनिल कुंबले के बाद एक और दिग्गज ने दिया अपने पद से इस्तीफा, बीसीसीआई पर लगाये गंभीर आरोप
चोट का बुरा प्रभाव करियर पर –
रवि शास्त्री एक अच्छे खिलाड़ी के रूप में उभरे थे और अपने प्रदर्शन की वजह से ही मैदान के अंदर और बाहर चर्चित रहते थे। लेकिन घुटने में चोट लगने की वजह से उनका करियर ज्यादा खिंच नहीं पाया। शास्त्री ने अंतिम टेस्ट मैच 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। हालांकि संन्यास के बाद भी उनका कारवां नहीं रुका। शास्त्री मैदान से बाहर होने के बाद कमेंटेटर बन गए और इसके बाद टीम इंडिया के डायरेक्टर भी रहे। अगले साल आईपीएल में नहीं नज़र आयेंगे एबी डिविलियर्स, डेविड मिलर, हाशिम अमला और क्रिस मोरिस, अफ़्रीकी खिलाड़ियों पर लग सकता है प्रतिबन्ध
कुछ इस तरह रहा था शास्त्री का करियर –
रवि शास्त्री ने अपने करियर में कुल 80 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें 3830 रन बनाए हैं। इसके साथ ही 151 विकेट भी हासिल किए हैं। शास्त्री ने वनडे मैचों में भी ऑल राउंडर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कुल 150 वनडे मैचों में 3108 रन बनाने के साथ ही 129 विकेट भी हासिल किए हैं। शास्त्री ने टेस्ट फ़ॉर्मेट में 11 और वनडे में 4 शतक लगाए हैं। इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में दो बार पांच विकेट हासिल कर चुके हैं।