इस समय बांग्लादेश के दौरे पर अंतरिम कोच की भूमिका निभा रहे “रवि शास्त्री” के टीम इंडिया का नियमित कोच बनने के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। रवि शास्त्री ने कोच बनने के लिए अपनी एक शर्त रख दी है जिसके अनुसार वे चाहते हैं कि टीम इंडिया का कोच बनने के बाद टीम पर उनका पूरा नियंत्रण होना चाहिए। इस बारे में शास्त्री ने बीसीसीआई को भी जानकारी दे दी है। शास्त्री अपने काम में बीसीसीआई की एडवाइजरी कमेटी का भी दखल नहीं चाहते। बीसीसीआई की एडवाइजरी कमेटी में क्रिकेट जगत के तीन दिग्गज “सचिन तेंडुलकर,वीवीएस लक्ष्मण और सौरभ गांगुली” को नियुक्त किया गया था।
शास्त्री चाहते हैं कि उन्हें पूरी स्वंतरता के साथ उनका कोच का कार्य करने दिया जाये। वे टीम को अपनी तरह से चलाना चाहते हैं। इसका मतलब साफ है कि शास्त्री बीसीसीआई की सलाहकार समिति के सदस्य सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की दखल अंदाज़ी नहीं चाहते।
बीसीसीआई की सलाहकार समिति में शामिल सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण रवि शास्त्री से जूनियर हैं। यदि शास्त्री कोच बनते हैं तो उन्हें हर फैसले के लिए बीसीसीआई की इस सलाहकार समिति यानी अपने से जूनियर खिलाड़ियों की बात सुननी पड़ेगी। वहीं, शास्त्री एक ऐसे प्लेयर रहे हैं, जो समय-समय पर लक्ष्मण, गांगुली सहित भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों को क्रिकेट सम्बन्धी सुझाव भी देते रहे हैं। ऐसे में एक सीनियर खिलाड़ी का जूनियर्स के प्रभाव में काम करना मुश्किल लगता है।