मुंबई। गुरुवार को बीसीसीआई ने अनिल कुंबले को टीम इंडिया का चीफ कोच नियुक्त कर दिया। कोच पद से नजरअंदाज किए जाने के बाद पूर्व निदेशक रवि शास्त्री निराशा जताई है।
मिड-डे से बात करते हुए रवि शास्त्री ने बताया कि वे काफी निराश हैं। उन्होंने कहा, ‘हां मैं चीफ कोच न बनाए जाने से निराश हूं। मैंने पिछले 18 महीनों में टीम के डायरेक्टर के रूप में काफी मेहनत की थी। इस दौरान भारतीय टीम ने कई मैच भी जीते और अच्छे परिणाम आए।’
उन्होंने कहा, ‘अच्छे परिणामों के बावूजद नजरअंदाज किए जाने के बाद मैं निराश हूं। हालांकि, यह कार्यकाल महज एक साल के लिए ही कुंबले को दिया गया है इसलिए ज्यादा दुखी नहीं हूं।’
रवि शास्त्री ने बताया कि अब आगे बढ़ने का समय आ गया है। उनके लिए युवा टीम के साथ काम करने का अनुभव काफी अच्छा रहा। मालूम हो कि रवि शास्त्री को बीसीसीआई ने साल 2014 में टीम का निदेशक बनाया था। इसके बाद टीम ने इंग्लैंड को वनडे सीरीज में पटखनी दी। इसके अलावा साल 2015 विश्व कप में भी टीम ने सात लगातार जीत दर्ज की थी।
हालांकि, रवि शास्त्री के निदेशक रहते हुए कई बार धोनी और विराट के बीच कड़वाहट की भी खबरें आई थीं। कुछ समय पहले रवि शास्त्री ने विराट कोहली को सभी फॉर्मेट की कप्तानी सौंपने की बात भी की थी। बताया जा रहा है कि शास्त्री अब फिर से कमेंट्री की पारी शुरु करने के बारे में सोचेंगे।