हाल ही में भारत और इंग्लैंड के बीच खत्म हुई 4 टेस्ट मैचों की सीरीज़ में भारतीय टीम ने पहले मैच में मिली हार के बाद से शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लिश टीम को अगले 3 मैचों में कोई मौका नहीं दिया है और दूसरे, तीसरे और चौथे टेस्ट मैच में हरा कर सीरीज़ पर 3-1 से हरा कर आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में जगह बनाई.
इस सीरीज़ में भारतीय टीम की जीत में कई खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई है. इन्हीं में से एक नाम है दिल्ली के 23 वर्षीय युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत का. सूत्रों की मानें तो ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही शानदार फ़ॉर्म में नज़र आ रहे पंत के प्रदर्शन में कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) की डांट के बाद काफ़ी सुधार आया है. इस लेख में हम बात करेंगे 3 ऐसे ही युवा खिलाड़ियों के बारे में जिनका खेल शायद कोच की डांट के बाद सुधर जाए.
संजू सैमसन
दिसंबर-जनवरी में भारत ऑस्ट्रेलिया दौरे पर संजू सैमसन को सीमित ओवरों की टीम में जगह दी गई थी. उस दौरान वो बल्ले से खासे असरदार साबित नहीं हुए इसके बाद विजय हजारे ट्रॉफ़ी में उनका प्रदर्शन लगभग औसत दर्जे का ही रहा. बीते एक महीने से फ़ॉर्म से बाहर चल रहे सैमसन की टीम में वापसी पर भी सवालिया निशान लगने लगे.
लेकिन कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना ये भी है संजू सैमसन बतौर एक एथलीट काफ़ी शानदार क्रिकेटर हैं. लेकिन अगर उनकी बल्लेबाज़ी में सुधार और निरंतरता बनानी है कोच को उनसे थोड़ा सख्ती से पेश आना पड़ेगा. जिसके बाद कोच शास्त्री इस खिलाड़ी से भी बेहतर नतीजे निकाल सकते हैं.
कुलदीप यादव
भारतीय टीम के लिए 7 टेस्ट में 26 विकेट ले चुके कुलदीप यादव ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ धर्मशाला टेस्ट से की थी. तीन साल के टेस्ट करियर में केवल 7 मैच खेलने वाले कुलदीप को बीते काफ़ी समय से टीम में मौका नहीं दिया गया है. इसी वजह से उनके प्रदर्शन में काफ़ी गिरावट भी देखने को मिली है.
हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ़ हुई 4 मैचों की टेस्ट सीरीज़ के दूसरे मैच में कुलदीप यादव को टीम मैनेजमेंट ने प्लेइंग इलेवन में मौका दिया था. लेकिन पिंक बॉल टेस्ट और सीरीज़ के आखिरी टेस्ट में उन्हें टीम में जगह नहीं मिली. इसी लिहाज़ से अगर कुलदीप से बेहतर प्रदर्शन कराना है तो उन्हें टीम में मौके देकर कोच को उनके ऊपर काफ़ी बारीकी से काम करना होगा.
नवदीप सैनी
करनाल, हरियाणा से तअल्लुक रखने वाले 28 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ नवदीप सैनी ने दिल्ल के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत 2013 में की थी. 7 साल के करियर में कुल 48 फ़र्स्ट-क्लास मैचों में 28.00 के औसत से 132 विकेट चटकाए हैं. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वो भारत के लिए 2 टेस्ट, 7 वन-डे और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के लिए अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने वाले सैनी का भारतीय टीम के लिए अभी प्रदर्शन काफ़ी औसत दर्जे का रहा है. इसलिए अगर भारतीय टीम मैनेजमेंट को नवदीप सैनी में बतौर तेज़ गेंदबाज़ सुधार देखने हैं तो कोच को उनके साथ सख्ती से काम लेना होगा.