पहले दिन के खेल की समाप्ति के बाद भारतीय टीम के मुख्य स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक बयान दिया है जिसमे भारतीय टीम के मुख्य स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने मैच व अपनी गेंदबाजी को लेकर बहुत सी रोचक बातें कही है. आपकों बता दे, कि अश्विन ने पहले दिन के खेल में तीन विकेट लिए थे.
आत्मविश्वास से आगे बढ़ा रहा हूं
रविचंद्रन अश्विन ने अपने बयान में कहा,
“मैने पिछले 2-3 वर्षों में भारत के लिए बहुत अच्छा काम किया है और मैं सिर्फ आत्मविश्वास से ही आगे बढ़ा रहा हूं और मैं दिन-प्रतिदिन बेहतर होने की कोशिश कर रहा हूं और मुझे विश्वास है कि इस श्रृंखला के अंत तक मैं बेहतर गेंदबाज बनूंगा.”
ऐसी विकेटों पर मैंने काफी खेला है
रविचंद्रन अश्विन ने आगे अपने बयान में कहा,
“मुझे लगता है कि इंग्लैंड में जाने और खेलने से मुझे मेरे खेल में मदद मिली है, क्योंकि यह एक ऐसी विकेट है जहां आप विशेषकर मैंने मैच खेले हैं. यह बहुत सपाट है, लेकिन एक गेंद कभी-कभी बाउंस हो जाती है और कभी कोई गेंद एकदम निचे रह जाती है.”
रविचंद्रन अश्विन ने आगे अपने बयान में कहा,
“मैं बहुत समय प्रथम श्रेणी क्रिकेट में फ्लैट विकेटों पर खेला हूं जहां मेरे प्रथम श्रेणी के टीम के साथी मुझे सलाह देंते थे कि मुझे विकेट प्राप्त करने के लिए अपने अंदर धीरज विकसित करना होगा.
“मैं वास्तव में विश्वास करना चाहता हूं, कि मैंने बहुत अधिक सम्मान एकत्र किया है, कम से कम मैं इस पर विश्वास करना चाहता हूं. जहां तक एक क्रिकेटर का सवाल है तो वह जब अच्छा कर रहा होता है तो उसे बहुत ज्यादा सम्मान मिलता है, लेकिन वही जब उससे प्रदर्शन नहीं होता है तो लोग उसके पीछे पड़ जाते है और उस पर तरह-तरह के सवाल खड़े करते है.
बराबरी पर है खेल
अश्विन ने आगे मैच को लेकर कहा,
“मुझे लगता है कि अब पहले दिन का खेल पूरी तरह बराबरी पर आ गया है. हमने निश्चित रूप से उनके सभी प्रमुख बल्लेबाज आउट कर दिए है. अगर दुसरे दिन हम उन्हें 330 के अंदर रोक सके तो यह हमारी टीम के लिए काफी अच्छा होगा. खुश हूं कि मैंने अपने टीम के प्रदर्शन पर योगदान दिया है.
“आज सुबह, जब हम मैदान पर आए, तो वह वास्तव में यह एक विकेट की तरह दिखता था और खेल में स्पिनर की भूमिका भी बता रहा था. निजी तौर पर मैं बात से बहुत खुश था, कि विकेट में घास नहीं है.
अगर मुझे लगता है कि यह एक सीम विकेट है तो भी मैं इस विकेट पर अपनी मेहनत से विकेट प्राप्त करने की कोशिश करता, क्योंकि मुझे पता है कि अगर हम विदेश में खेलेंगे तो हमें चुनौतीपूर्ण विकेट ही मिलेंगे.”