भारतीय टीम में अगर टेस्ट मैचों की बात करें तो विराट कोहली के बाद अगर कोई खिलाड़ी सबसे ज्यादा महतवपूर्ण है तो वो टीम के सबसे दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन हैं. लेकिन वनडे और टी-20 क्रिकेट की अगर बात करें तो यह खिलाड़ी लंबे समय से टीम से बाहर चल रहा हैं. इनकी जगह कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल जैसे युवा गेंदबाज ने ले ली है.
32 वर्षीय रविचंद्रन अश्विन की 2019 के विश्व कप टीम में भी कोई जगह नजर नहीं आ रही है. तो ये क्या सही मौका है जब इस खिलाड़ी को वनडे और टी-20 से संन्यास ले लेना चाहिए. भारत के लिए 111 वनडे मैच में 150 विकेट लेने वाला यह खिलाड़ी अभी किसी भी तरह टीम के साथ फीट नहीं नजर आ रहा है.
विराट कोहली के नियमित कप्तान बनने के बाद टीम में बहुत कम मिली जगह
विराट कोहली के नियमित कप्तान बनने के बाद वनडे और टी-20 की टीम में रविचंद्रन अश्विन को ज्यादा मौके नहीं मिले हैं. विश्व कप से पहले भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज खेलनी है. उस टीम में भी आश्विन का चयन नहीं हुआ है. जिस तरह से भारतीय क्रिकेट का भविष्य देखते हुए टीम इंडिया के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी को टीम से निकाला गया. उसे देखते हुए उनका वनडे और टी-20 टीम में आना मुश्किल लग रहा है.
32 साल का हो चुका है यह दिग्गज खिलाड़ी
रविचंद्रन अश्विन के पास खेलने के लिए 4 या पांच साल बचे हैं. वनडे टीम में कुलदीप और चहल के बेहतरीन फॉर्म को देखते हुए इस खिलाड़ी का टीम में आना मुश्किल लगता है. इस खिलाड़ी को क्रिकेट के इस छोटे फ़ॉर्मेट को अलविदा कह कर अपना सारा ध्यान टेस्ट क्रिकेट पर लगाना चाहिए.
2017 से अब तक खेल पाएं है बस 9 मैच
2017 से लेकर अब तक इस खिलाड़ी ने अब तक 9 मैच खेले हैं. जिसमे उन्होंने मात्र 12 विकेट अपने नाम किए हैं. जबकि 2011 से 2013 के बीच इस खिलाड़ी ने 39 मैच में 48 विकेट लिए थे.