आईपीएल के हर सीजन में कुछ नया होता है। इसी वजह से इसकी दिवानगी युवाओं पर काफी है। आईपीएल के बढ़ते दायरे को देखते हुए कई बड़ी कंपनी इस महाआयोजन को विज्ञापन प्लेटफॉर्म के रूप में यूज करती है।
खासकर आईपीएल पर मोबाईल और दूरसंचार से जुड़ी कंपिनियों की निगाहें टिकी होती हैं और हर कोई इस महा आयोजन में पार्टनर बनना चाह रहा है। देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने आईपीएल की आठ टीमों के साथ करार किया है। कुलमिलाकर इस आईपीएल में जियो बड़ा निवेश के मूड में है।
टीम किट में जियो का ब्रांड लोगो
दिग्गज करोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी जियो टेलीकॉम ने पहले भी अप्रत्याशित ऑफर के साथ भारतीय टेलीकॉम बाजार में अपनी दस्तक दी थी। इसके बाद प्रतिस्पर्धी कंपनियों को भी अपने ऑफर और रेट में भारी कटौती करनी पड़ी थी। लेकिन इन कंपनियों की मुश्किले ं अभी कम नहीं हुई हैं। आईपीएल के सभी टीमों के साथ जियो टेलीकॉम ने करार किया है। इसके बाद आईपीएल के सभी 60 मैचों में आठों टीम की किट में जियो का ब्रांड लोगों इस बार नजर आएंगा।
पिछले आईपीएल में जियो को मिला सबसे ज्यादा रिकॉल वैल्यू
आईपीएल-10 में सभी 80 ब्रांड्स में से सबसे ज्यादा रिकॉल वैल्यू जियो टेलीकॉम को ही मिला। पिछले साल जियो का किंग्स इलेवन पंजाब से टाई अप नहीं था। बाकी सात के साथ करार हुआ। इस दौरान जियो को जर्सी और कंधे में ब्रांड लोगो के लिए 80% रिकॉल वैल्यू प्राप्त हुआ। जो आईपील टाइटल ब्रांड वीवो से भी अधिक रहा । जियो के बाद वीवो और वोडफोन थे।
एकाधिकार की ओर बढ़ी जियो
जियो टेलीकॉम इन दिनों देश की सबसे तेजी से और सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई है। कपंनी के दावों के मुताबिक जियो के देशभर में 14 करोड़ ग्राहक हो गए हैं। कंपनी का अगला लक्ष्य अक्टूबर-नवंबर तक भारतीय एलटीई नेटवर्क के जरिए 99 प्रतिशत लोगों में अपनी पहुंच बनाना है। हालांकि कंपनी ने 86-87 प्रतिशत तक अपनी हिस्सादारी बना ली है।
जियोनी ने छोड़ा आईपीएल का दामन
पिछले कई आईपीएल में बड़ी विज्ञापनदाता कंपनी जियोनी मोबाइल ने इस आईपीएल में अपनी दूरी बना ली है। कंपनी के शीर्ष अधिकारियों के मुताबिक अभी तक आईपीएल में विज्ञापन के लिए कोई कंपनी ने कोई निर्णय नहीं लिया है। पिछले आईपीएल सीजन में जियोनी केकेआर की प्रमुख स्पोनर्स थी।