कोरोना काल के बीच इंग्लैंड की टीम पिछले कुछ दिनों से इंटरनेशनल क्रिकेट में काफी व्यस्त है। इंग्लैंड इन दिनों पाकिस्तान के साथ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है। इस टेस्ट सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच गुरुवार से साउथैम्टन में शुरू हुआ। दोनों ही टीमों के बीच मैनचेस्टर में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मेजबान इंग्लैंड ने जीत के साथ ही सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाए रखी हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में जीत के इरादें से उतरी पाकिस्तान
ऐसे में दूसरे टेस्ट मैच में जहां इंग्लैंड की टीम सीरीज में यहीं पर अपने नाम करने के इरादें से उतरी तो वहीं पाकिस्तान की टीम सीरीज में बराबरी करने की उम्मीद के साथ मैदान में उतरी।
पाकिस्तान की टीम दूसरे टेस्ट मैच में एक उम्मीद लेकर तो उतरी लेकिन पहले बल्लेबाजी करते हुए उनकी काफी खराब शुरुआत रही और बारिश के बीच दिन का खेल खत्म होने तक पाक ने 126 रन पर 5 विकेट खो दिए हैं।
फवाद आलम ने की पूरे 3911 दिन के बाद टेस्ट में वापसी
दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन पाकिस्तान की टीम की शुरुआत तो अच्छी नहीं रही लेकिन इस मैच में पाक की तरफ से एक ऐसा खिलाड़ी मैदान में उतरा जो सालों तक टेस्ट क्रिकेट से दूर रहने के बाद वापसी करने में कामयाब रहा। ये बल्लेबाज और कोई नहीं बल्कि फवाद आलम हैं।
फवाद आलम ने इस मैच में वापसी करने के साथ ही एक बड़ा ही अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया। आलम टेस्ट क्रिकेट में 3911 दिनों के बाद मैदान में उतरे। फवाद आलम ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 10 साल 8 महीनें और 16 दिन के पहले खेला था यानि वो 3911 दिन के पहले तब खेले थे जब 28 नवंबर 2009 को उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट खेला था।
इतने लंबे समय के बाद टेस्ट क्रिकेट में उतरने वाले बल्लेबाजों में फवाद आलम दूसरे पाकिस्तानी बने। लेकिन बिना कोई रन बनाए ही पवेलियन लौटना पड़ा। आलम के अंतिम टेस्ट के बाद पाकिस्तान की टीम ने 88 टेस्ट मैच खेले। पाक की तरफ से इससे ज्यादा लंबा समय वापसी में यूनिस अहमद ने लिया जो पाकिस्तान के 104 टेस्ट मैच होने के बाद वापसी करने में कामयाब रहे थे।
अपने अंतिम टेस्ट के बाद फवाद आलम ने बनाए खूब रन
फवाद आलम की बात करें तो वो पाकिस्तान की टीम से 2009 में अपना अंतिम टेस्ट खेलने के बाद बाहर हो गए थे। इसके बाद से वो लगातार वापसी के लिए प्रयास करते रहे। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शानदार बल्लेबाजी की। वो 34 शतकों की मदद से 12,265 रन बनाने में सफल रहे।
उनके प्रथम श्रेणी क्रिकेट की बात करें तो ने अपने अंतिम टेस्ट के बाद से लेकर अब तक कुल 111 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 56.48 की औसत के साथ 7965 रन बनाए। उन्हें अपने आपको टेस्ट के लिए साबित करने में अच्छे प्रदर्शन के बाद भी काफी वक्त लग गया।