वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (2021-23) का फाइनल मुकाबला अगले साल इंग्लैंड के लॉर्ड्स में खेला जाने वाला है। इस टूर्नामेंट के लिए सभी टीमों के बीच जंग जारी है। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग (Ricky Ponting) ने ICC के वेबसाइट पर बातचीत करते हुए इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला किन दो टीमों के बीच खेला जा सकता है इस पर चर्चा की है, जिसके बारे में हम यहां आगे जानेगे।
रिकी पॉन्टिंग ने बातचीत कर बताया फाइनलिस्ट
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग (Ricky Ponting) ICC की वेबसाइट पर बातचीत करते हुए अगले साल होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनलिस्ट के बारे में बताया है। दरअसल पॉन्टिंग का मानना है कि इस बात का पता अगले साल होने वाले भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मुकाबले के बाद ही हो जायेगा। रिकी पॉन्टिंग (Ricky Ponting) की बातो से तो लग रहा है कि वो भी टीम इंडिया को इस टूर्नामेंट के फाइनल में देखना चाहते हैं।
Ricky Ponting said "Australia tour of India next year will decide the finalist of WTC 2021-23".
— Johns. (@CricCrazyJohns) July 30, 2022
भारत-ऑस्ट्रेलिया मुकाबले को दी अहमियत
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की प्वाइंट टैली पर नजर डाले तो जहां एक तरफ ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है तो वहीं भारत चौथे नंबर पर है। ऑस्ट्रेलिया भारत की तुलना में काफी मजबूत स्थिति में है और फाइनल में प्रवेश करने के लिए अपनी दावेदारी मजबूत कर चुकी है। वहीं भारत की बात करें तो फाइनल में पहुंचने के लिए उन्हें बाकी के सभी टेस्ट मुकाबलों में जीत दर्ज करने की आवश्यकता है। ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग (Ricky Ponting) ने अगले साल होने वाले भारत-ऑस्ट्रेलिया मुकाबले को अहमियत देते हुए भारत की दावेदारी को मजबूत करने की उम्मीद जगा दी है।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से होगा भारत को फायदा
रिकी पॉन्टिंग (Ricky Ponting) ने ICC से बातचीत करते हुए बताया कि अगले साल होने वाले बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के द्वारा भारत वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में अपनी स्थिति को मजबूत कर सकती है। इस सीरीज में भारत को लगभग सभी मुकाबले ही जीतने होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि दोनों देशो के बीच खेला जाने वाला यह सीरीज जनवरी में होने वाला है। बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में फिलहाल साउथ अफ्रीका 71.43 फीसदी के साथ पहले स्थान पर है, तो वहीं ऑस्ट्रेलिया 70 फीसदी के साथ दूसरे तो श्रीलंका 53.33 फीसदी के साथ तीसरे और भारत 52.08 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर मौजूद है।