भारतीय क्रिकेट टीम के प्रतिभाशाली युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत का फ्लॉप शो जारी है। पिछले कुछ वक्त से उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे और अगर वह ठीक-ठाक स्कोर बना भी रहे हैं तो उस बल्लेबाजी में उनका अटैकिंग अंदाज नहीं दिखता। जिस कारण उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। पंत के इस निराशाजनक प्रदर्शनों पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने सुधार करने का तरीका बताया है।
ऋषभ पंत को दी सलाह
पिछले लंबे वक्त से ऋषभ पंत का प्रदर्शन निराशाजनर है। रन न बना पाने के कारण उन्हें क्रिकेट प्रशंसकों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। असल में धोनी की जगह आए पंत की हर कोई धोनी से तुलना करता है। इसपर बात करते हुए ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने कहा,
“भारतीय प्रशंसकों और पत्रकारों को मेरी नंबर-1 सलाह है कि वह पंत और धोनी की तुलना नहीं करें। धोनी शानदार हैं उनके जैसा कोई नहीं है। मेरा निजी अनुभव है। मैं जब टीम में आया था तब इयन हिली आस्ट्रेलिया के दिग्गज कीपर हुआ करते थे।
उनके बाद में आया। मैंने हिली से सीखने की कोशिश की लेकिन उनके जैसा बनने की नहीं। मैं पंत से यही कहूंगा कि धोनी से जितना सीख सकते हो सीखो, लेकिन धोनी जैसा बनने की कोशिश नहीं करो, बल्कि पंत बनो।”
वर्ल्ड चैंपियनशिप से बढ़ेगी टेस्ट में रुचि
क्रिकेट को पसंद करने वाले अब टेस्ट क्रिकेट को कम पसंद कर वनडे या फटाफट क्रिकेट को अधिक पसंद करने लगे हैं। फैंस ही नहीं तमाम क्रिकेटर्स की रुचि भी कम हुई है। इन सभी बातों पर विचार करते हुए आईसीसी ने टेस्ट में जान फूंकने के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की है। इसपर गिलक्रिस्ट ने अपने विचार रखते हुए कहा,
“टेस्ट चैम्पियनशिप के लाने से पता चलता है कि आईसीसी की कोशिश है कि हर टेस्ट मैच की अहमियत हो। टीम अगर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-2 से पीछे भी है तो टेस्ट चैम्पियनशिप में मिलने वाले अंकों के हिसाब से वह तीसरे टेस्ट मैच को हल्के में नहीं लेगी और जीतने की कोशिश करेगी।”
“इस चक्र को देखना बेहद रोचक होगा। खिलाड़ियों को यह पसंद भी आ रहा है। हां यह इसकी गांरटी नहीं दे सकती कि इससे मैदान पर दर्शक आएंगे। टेस्ट की अपनी अलग दर्शक श्रेणी है।”