ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई एकदिवसीय सीरीज में टीम इंडिया ने 2-1 से कब्जा जमा लिया. पहले मैच में मिली 10 विकेट से शर्मनाक हार के बाद दूसरे व तीसरे मैच में टीम इंडिया ने तीनों क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन करते हुए सीरीज पर कब्जा जमा लिया.
पहले मैच के दौरान विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को पैट कमिंस की गेंद हेलमेट पर लगी थी जिसके चलते वह उस मैच में इंजरी के चलते विकेटकीपिंग के लिए मैदान पर नहीं आ सके. मगर तीसरे मैच में जब पंत पूरी तरह फिट हो गए तब भी कप्तान कोहली ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा और केएल राहुल को विकेटकीपिंग ग्लव्स सौंपे.
अब यदि टीम इंडिया की मौजूदा परिस्थितियों और कप्तान कोहली के बयान पर गौर करें तो यही समझ आता है कि महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी माने जाने वाले ऋषभ पंत का भविश्य अब खतरे में है.
केएस भरत को मिल रहा मौका
विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी माने जाने वाले ऋषभ पंत का भविष्य अब खतरे में नजर आ रहा है. असल में जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में ऋषभ पंत को चोट लगी थी तो टीम मैनेजमेंट ने आंध्रा के विकेटकीपर-बल्लेबाज केएस भरत को टीम के साथ जोड़ा था.
इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए ऐतिहासिक पिंक बॉल टेस्ट में भी केएस भरत टीम के साथ ट्रॉफी लिए नजर आए थे. हालांकि दोनों ही मौकों पर खिलाड़ी को टीम की प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला. लेकिन कहीं न कहीं टीम मैनेजमेंट अब ऋषभ पंत के बैकअप के रूप में इस खिलाड़ी को तैयार कर रही है.
केएल राहुल ने की अच्छी विकेटकीपिंग
टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया. राहुल ने विभिन्न बल्लेबाजी क्रम पर बल्लेबाजी की और साथ ही पंत के इंजर्ड होने के बाद अपनी विकेटकीपिंग की प्रतिभा दिखाई.
असल में केएल राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में विकेटकीपिंग ग्लव्स पहने थे. मगर राजकोट में खेले गए दूसरे मैच में उन्होंने जिस तरह से बिजली की रफ्तार से ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच की स्टंपिंग की, वाकई काबिल-ए-तारीफ था.
न्यूजीलैंड दौरे पर केएल को मिलेगा विकेटकीपिंग का मौका
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज जीतने के बाद ये साफ कर दिया है कि न्यूजीलैंड दौरे पर बतौर विकेटकीपर टीम में शामिल किया जाएगा. जी हां, मीडिया से बात करते हुए विराट ने कहा,
जहां तक टीम संतुलन की बात है तो यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण कारक है. यदि आप 2003 के विश्व कप को देखते हैं जहां राहुल द्रविड़ भाई ने विकेटकीपिंग की भूमिका निभाई थी.
तो संतुलन अलग हो गया क्योंकि हम एक अतिरिक्त बल्लेबाज खेल सकते हैं और टॉप ऑर्डर के खिलाड़ी वास्तव में सकारात्मक क्रिकेट खेल सकते हैं.