भारतीय टीम ने राजकोट में बहुत बुरी तरह से बांग्लादेश को हरा दिया. हालाँकि इस मैच में भी भारतीय टीम के लिए कुछ नकारात्मक पक्ष भी रहा. जिसमें पहला ऋषभ पंत की विकेटकीपिंग थी और दूसरा तेज गेंदबाज खलील अहमद की गेंदबाजी. खलील अहमद लगातार ख़राब प्रदर्शन के बाद भी टीम में बरक़रार हैं.
ऋषभ पंत की तरह इस खिलाड़ी को भी ख़राब प्रदर्शन के बावजूद मिल रहे मौके
भारत की टीम जब दिल्ली के मैच में हारी तो उसकी दो सबसे कमजोरियाँ थी. पहला ऋषभ पंत की विकेटकीपिंग और दूसरा खलील अहमद की गेंदबाजी. पंत के खेल पर हर कोई अपनी राय रख रहा है लेकिन खलील अहमद के प्रदर्शन पर किसी की नजरे नहीं जा रही.
अपने पर्दापण के बाद ऐसे बहुत कम मौके आये जब खलील ने अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया है. राजकोट के मैच में तो खलील ने रिकॉर्ड ही बना दिया. उन्होंने लगातार 7 गेंदों पर 7 चौके खाए हैं. जिनमें से 4 चौके दिल्ली के मैच में आखिरी 4 गेंदों पर और 3 चौके राजकोट के मैच में पहली तीन गेंदों पर जोकि रिकॉर्ड भी बन गया है.
लगातार निराश कर रहे हैं खलील अहमद
बाएं हाथ का गेंदबाज होने के कारण इस खिलाड़ी को लगातार मौके मिल रहे हैं. हालाँकि इस खिलाड़ी की औसत गति मात्र 135kmh की है. जो आज के तेज गेंदबाजो में बहुत कम मानी जाती है. अब तक टी20 फ़ॉर्मेट में खलील ने भारतीय टीम के लिए 13 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 33.23 के औसत से 13 विकेट अपने नाम किये हैं.
इस बीच उनका इकॉनमी रेट 9 का रहा है. जबकि अब तक खलील अहमद का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2 विकेट लेकर 27 रन का है. लेकिन उसके बाद भी खलील अहमद लगातार टीम का हिस्सा बने हुए हैं. जिसको लेकर अब सोशल मीडिया पर भी सवाल उठने लगे हैं.
नागपुर में टीम से बाहर जो सकते हैं खलील अहमद और ऋषभ पंत
राजकोट में जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम की नजरें सीरीज जीत पर होगी. सीरीज का फ़ाइनल मुकाबला अब नागपुर में खेला जाना है. जोकि 10 नवंबर को शाम 7 बजे से खेला जायेगा. इस मैच में ऋषभ पंत के साथ खलील अहमद को टीम से बाहर करके उनकी जगह क्रमशः संजू सैमसन और शार्दुल ठाकुर को मौका दिया जा सकता है.