कल रविवार, 14 जनवरी का दिन क्रिकेट की दुनिया के लिए एकदम खास और बेहद ही यादगार रहा. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लेकर घरेलू क्रिकेट तक खेल प्रेमियों को एक से बढ़कर मुकाबलें देखने को मिले.
क्रिकेट फैंस विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी से लेकर अंडर- 19 विश्व कप में टीम इंडिया की शानदार तक सभी के बड़े गवाह रहे. मगर इस सब के बीच युवा क्रिकेटर ऋषभ पंत के तूफानी और विस्फोटक शतक ने सभी का दिल जीत लिया.
मैदान पर आया पन्त का तूफान
मौजूदा समय में देश का सबसे बड़ा टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी खेली जा रही हैं. जहाँ बीते दिन देश की राजधानी दिल्ली के फिरोज शाह कोटला, स्टेडियम में दिल्ली और हिमाचल प्रदेश की टीमों के बीच एक रोमांचक मुकाबला खेला गया.
जहाँ दिल्ली की टीम ने एकतरफा खेल दिखाते हुए हिमाचल प्रदेश की टीम को पूरे 10 विकेट हराकर एक बड़ी जीत दर्ज की. आप सभी की जानकरी के लिए बता दे, कि दिल्ली की टीम के सामने मैच जीतने के लिए 145 रनों का लक्ष्य था, लेकिन टीम ने यह लक्ष्य मात्र 11.4 ओवर के खेल में ही पूरे 10 विकेट से जीतकर अपने नाम किया.
दिल्ली की जीत के सबसे बड़े हीरो रहे ऋषभ पन्त… ऋषभ पन्त लक्ष्य का पीछा करते हुए एक तूफानी पारी खेली. पन्त में मात्र 38 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 116 रन बना डाले. अपनी पारी में ऋषभ ने मात्र आठ चौके और 12 आसमानी छक्के भी लगाये. खास बात यह रही, कि 305.26 के बेहद ही आक्रामक स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी करने वाले ऋषभ पन्त ने अपना शतक मात्र 32 गेंदों में ही पूरा कर लिया.
खुश हुए पन्त
शानदार शतकीय पारी खेलने के बाद ऋषभ पन्त ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, कि
”रन बनाते, रिकॉर्ड खुद बन जाते हैं… कोई भी खिलाड़ी रिकॉर्ड के लिए नहीं खेलता. मैं सिर्फ अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूँ और ऐसे में अगर रिकॉर्ड बनते हैं, तो ठीक हैं… विराट भाई जो लगातार रन बनाते हैं, मैं भी वैसे ही रन बनाना चाहता हूँ…रिकॉर्ड तभी बनते हैं, जब आप रन बनाते रहते हो… इसी कारण अगर आप अंत में रन बनाते हैं, तो सब कुछ अच्छा हैं…”
आप सभी को बता दे, कि ऋषभ पन्त द्वारा लगाया गया शतक विश्व टी-20 क्रिकेट का दूसरा सबसे तेज शतक रहा और भारत की ओर से सबसे पहला.
इससे पहले पिछले साल रणजी ट्रॉफी में भी पन्त ने मात्र 48 गेंदों में शतक लगाकार सनसनी फैला दी थी. इस ऐतिहांसिक रिकॉर्ड को लेकर ऋषभ पन्त ने अपने बयान में आगे कहा, कि
”जाहिर हैं, जब मुझे इस रिकॉर्ड के बारे में पता चला तो मुझे अच्छा लगा… पिछले सत्र में भी मैं सबसे तेज शतक लगाने वाला भारतीय बना था और इस सत्र में टी-20 में भी ऐसा ही देखने को मिला. हाँ ! जब आपका नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज होता हैं, तो बहुत ही अच्छा लगता हैं…”