अपने विस्फोटक अंदाज की बल्लेबाजी से ऋषभ पंत ने बहुत कम समय में क्रिकेट में अपनी एक बड़ी पहचान बना ली है. कई क्रिकेट के पंडित भी ऋषभ पंत को भारतीय टीम के भविष्य का सितारा बताने लगे थे. ऋषभ पंत ने 2016 के रणजी सत्र में 972 रन बनाए थे, जिसमे एक तिहरा शतक भी शामिल था.
उसके बाद वह इस आईपीएल 2017 में भी शानदार फॉर्म में रहे थे. उनकी ये आपार प्रतिभा के कारण ही चयनकर्ता ऋषभ पंत पर पैनी नजर बनाए रखे हुए थे और भविष्य में उन्हें महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद एक विकेट कीपर बल्लेबाज के तौर पर देख रहे थे.
लेकिन चयनकर्ताओं को अपनी इस साल की बल्लेबाजी से किया निराश
अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से सुर्खियों में आये युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत के लिए 2017-18 का रणजी सीजन बहुत खराब जा रहा है. रणजी ट्रॉफी में दिल्ली टीम की कप्तानी मिलने के बावजूद पंत रन बनाने के लिए संघर्ष करते हुए नजर आ रहे है. पन्त ने आखिरी 11 मैचों में मात्र 2 अर्धशतक ही लगाये है.
एम एस के प्रसाद ने भी कहा धोनी का कोई विकल्प नहीं
अभी हाल ही में भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता एम एस के प्रसाद ने भी धोनी को लेकर एक बयान दिया था जिसमे उन्होंने कहा था, कि उन्हें अभी भारतीय क्रिकेट में कोई भी ऐसा विकेटकीपर नहीं लग रहा है जो धोनी की जगह टीम में स्थान बना सके, प्रसाद ने अपने बयान में मिडिया से कहा था, “घरेलू क्रिकेट के किसी भी विकेटकीपर से धोनी की कोई तुलना नहीं है और मुझे कोई फिलहाल भारतीय क्रिकेट में कोई विकेटकीपर नहीं दिखता है, जो धोनी के करीब भी है अगर भारतीय क्रिकेट को भी छोड़ दे, तो विश्व क्रिकेट में भी धोनी के करीब कोई नहीं है. वर्ल्ड कप 2019 तक धोनी ही टीम के विकेटकीपर रहेंगे.
प्रसाद को पंत का आया जवाब
रणजी ट्रॉफी के चल रहे फाइनल मैच के पहले दिन बाद जब पंत से एम एस के प्रसाद के इस बयान के बारे में पूछा गया तो ऋषभ पंत ने कहा, “मुझे इस बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए, मैं इसके बारे में बिल्कुल नहीं सोचता हूं. मेरा काम है, जितना संभव हो सके उतने रन बनाना और मैं फिलहाल अपना यही काम करना चाहता हूं.”
दिल्ली पहले दिन 6 विकेट के नुकसान पर 271 रन
आपकों यह भी बता दे, कि दिल्ली और विदर्भ के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी फाइनल के पहले दिन दिल्ली की टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 271 रन बना लिए है. दिल्ली के लिए ध्रुव शोरे ने 123 बनाकर नाबाद है उन्होंने दिन का खेल खत्म हो जाने के बाद अपने बयान में कहा, “हमें खेल में पूरी तरीके से वापस आ गये है. ऋषभ और हिम्मत नेचुरल स्ट्रोकमेकर हैं, खासकर ऋषभ पंत अपने खेल को तुरंत बदल नहीं सकते हैं. ऋषभ एक शानदार स्ट्रोकमेकर हैं.
इसलिए, मैंने शुरू में अपना समय लगाया, मैंने गेंदबाजों को सम्मान दिया और उसके बाद रन बनाना शुरू किया हमारी स्थिति मैच में अब ठीक है, लेकिन हम और बेहतर कर सकते थे अगर हम दो विकेट और कम गंवाते तो लेकिन फिर भी हम मैच में पूरी तरीके से बने है, क्योंकि हमारे पास अभी निचले क्रम में लंबी टेल है.”