रोहित शर्मा साल 2017 में और बेहतरीन खिलाड़ी बन कर उभरे हैं. रोहित शर्मा ने साल 2017 खत्म होने से पहले ऐसी धुआंधार पारियां खेली हैं कि वो कई मामले में दुनिया के धुरंधरों को पीछे छोड़ते नजर आए. रोहित के नाम वनडे में तीन दोहरे शतक हैं. T20 के बेहद छोटे फॉर्मेट में 2 शतक जो उन्हें अपनी लीग का अकेला खिलाड़ी बना देता है. रोहित ने साल 2017 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 65 छक्के लगाकर एबी डीविलियर्स के (63 छक्के, 2015 में) छक्कों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया.
रोहित के प्रदर्शन से सभी हैरान हैं कि एक खिलाड़ी इतना कुछ कैसे कर सकता है. हाल ही में उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से बात की. जहां उनसे एक बार फिर यही प्रश्न किया गया लेकिन उन्होंने अपनी इसका बेहद आसान सा जवाब दिया.
क्रिकेट में करते हैं गणित का इस्तमाल-
रोहित शर्मा के शॉट देख कर उनकी ताकत का अंदाजा लगाना भले ही आसान हो, लेकिन रोहित शार्मा दूसरे ही तरीके से इतने लम्बे शॉट खेलते हैं. रोहित ने कहा, जब भी स्ट्रोक लगाता हूँ तो उसमे ताकत कम टाइमिंग का ज्यादा स्थान होता है. उन्होंने कहा, मैं 80 प्रतिशत टाइमिंग और 20 प्रतिशत ताकत लगाता हूं.
रोहित ने कहा, भला क्यों मैं अपनी ताकत यू हीं बर्बाद करूं जब मैं केवल सही समय पर गेंद खेल कर सीमा रेखा के पार भेज सकता हूँ.
इसलिए गेंद जाती है सीमा पार-
रोहित शर्मा छक्के लगाने के बादशाह बना गये हैं, वह क्रिकेट इतिहास के एक साल के सबसे अधिक छक्के (65) लगाने वाले खिलाड़ी हैं. रोहित छक्के लगाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं सोचते. उन्होंने कहा, जब मैं छक्के लगाता हूं तो बहुत आराम से लगाता हूं. मैं ये नहीं सोचता कि मुझे गेंद स्टेडियम के पार भेजनी है, बल्कि मैं ये सोचता हूं कि मुझे यह गेंद रस्सी के बाहर करनी है.
यही मेरी ताकत है और इसे बनाए रहना चाहता हूं.
मैं कोशिश करूंगा कि कैसे मैं काल बन सकूं-
रोहित शर्मा ने दक्षिण अफ्रीका दौरे को लेकर कहा कि दक्षिण अफ्रीका की पिच भारत से बिल्कुल अलग हैं, इसलिए हमे यह सोचना होगा कि हम वहां उस तरह के शॉट नहीं खेल सकते, जैसे भारत में खेल सकते हैं. वहां गेंद घूमती है उछाल लेती है तो वहां पुल, कट करने के अवसर मिलते हैं.
उन्होंने कहा, दक्षिण अफ्रीका में पहले 20-25 मिनट कीमती होते हैं, हमने इस दौरे के लिए तैयारी भी की है. मैं वहां की स्थिति समझने की कोशिश करने के बाद यह तय करूंगा कि कैसे उनके गेंदबाजों के लिए काल साबित हो सकूँ.