भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज और बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में कप्तान रोहित शर्मा बेहतरीन फॉर्म से गुजर रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्हें पहली बार टेस्ट में सलामी बल्लेबाजी करने का मौका मिला और उनका बल्ला जमकर बोला। तीन मैचों की 4 पारियों में तीन शतक समेत उनके बल्ले से 529 रन निकले।
पीछे नहीं देखना चाहते
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भले ही सीरीज बेहतरीन रही और लेकिन रोहित शर्मा का मानना है कि उनके लिए अभी आराम करने का वक्त नहीं है। वह पीछे नहीं देखना चाहते हैं। राउटर्स को दिए इंटरव्यू में हिटमैन ने कहा
“वह एक बेहतरीन सीरीज थी लेकिन जब तक मैं खेल रहा हूं, मेरे लिए आराम करने का कोई समय नहीं होगा। मैं अब पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहता। मैं सिर्फ हर बार अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान देना चाहता हूं और टेस्ट क्रिकेट खेलता हूं और इस सीरीज में मैंने जो अच्छी चीजें की हैं उन पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं और उसे भी आगे ले जाना है।”
रोहित शर्मा ने बताया अंतर
रोहित शर्मा काफी समय से सीमित ओवरों की क्रिकेट में दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजी में गिने जाते थे लेकिन टेस्ट में उन्हें मध्यक्रम में खेलना पड़ता था। उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी मौका नहीं मिल पाता था। टेस्ट में पारी की शुरुआत करना हमेशा चुनौतियों से भरा भी होता है। वनडे और टेस्ट में सलामी बल्लेबाजी में अंतर को लेकर उन्होंने कहा
“लाल गेंद सफेद गेंद की तुलना में बहुत अधिक हरकत करती है। इसलिए आपको खुद को बताना होगा कि आपको अधिक ध्यान केंद्रित करना है, और शॉट-मेकिंग में अधिक अनुशासित रहना है। एक दिवसीय क्रिकेट में, एक बार जब आप पावरप्ले खत्म हो जाता हैं तो फील्ड फैल जाता है। आप सिर्फ सिंगल ले सकते हैं और स्ट्राइक बदल सकते हैं और फिर बाउंड्री आ जाते हैं। लेकिन टेस्ट क्रिकेट ऐसा नहीं है। यहाँ लगातार कैच लेने के लिए फील्डर रहते हैं और इसलिए आपको बहुत अनुशासित रहना होता है।