क्रिकेट डेस्क। राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स (आरपीएस) ने मंगलवार को आईपीएल-9 के वर्षाबाधित मैच में डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर सनराइजर्स हैदराबाद को 34 रन से हरा दिया। आरपीएस की यह छह मैचों में दूसरी जीत है जबकि एसआरएच की इतने ही मैचों में तीसरी हार। आइए नजर डालते है उन कारणों पर जिन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद की हार पक्की कर दी।
सनराइजर्स की बल्लेबाजी रही खराब
एसआरएच की शुरुआत खराब रही। टीम के शीर्ष पांच बल्लेबाज 32 रन पर पैवेलियन लौट गए। फिर धवन और नमन ओझा (18) ने छठे विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी करके टीम को संभाला। डिंडा ने ओझा को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ा दिया और सनराईजर्स पूरी तरह से बिखर गए। इसी कारण वह 20 ओवर में 8 विकेट खोकर मात्र 118 रन बना सके।
वार्नर का न चलना
हैदराबाद के कप्तान और सबसे प्रमुख बल्लेबाज को डिंडा ने आज शून्य पर आउट कर पवेलियन भेज दिया। वार्नर का विकेट खोने के बाद टीम एकदम से दबाव में आ गई और अंत तक इससे नहीं उभर सकी। एक छोर पर धवन अपना विकेट बचाए हुए थे लेकिन दूसरी ओर से लगातार विकेट गिरते जा रहे थे। वार्नर को जल्दी आउट करना आरपीएस के लिए बहुत ही सही साबित हुआ। इससे उन्हें हैदराबाद पर दबाव बनाने का मौका मिल गया।
डिंडा बने सरप्राइज
धोनी ने आज टीम में बदलाव कर डिंडा को अंतिम ग्यारह में जगह दी। धोनी को यह निर्णय उनके लिए निर्णायक साबित हुआ क्योंकि डिंडा हैदराबाद के लिए एक सरप्राइज पैकेज साबित हुए। उन्होंने 4 ओवर में मात्र 23 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। डिंडा की गेंदबाजी के कारण ही आज आरपीएस ने हैदराबाद को बहुत कम स्कोर पर रोक दिया।
गेंदबाजी भी रही प्रभावहीन
शानदार गेंदबाजों से सजी हैदराबाद की टीम पहला विकेट जल्दी हासिल करने में कामयाब रही और रहाणे का बना खाता खोले पवेलियन भेज दिया। लेकिन इसके बाद फाफ डु प्लेसिस (30) और स्टीव स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी की और किसी भी गेंदबाज को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। हैदराबाद का कोई भी गेंदबाज रनगति को नियंत्रित करने में कामयाब नहीं हो सका।
टॉस हारना पड़ा भारी
आरपीएस के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले सनराइजर्स को बल्लेबाजी का न्योता दिया। एसआरएच ने 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 118 रन बनाए। इतने कम स्कोर पर हैदराबाद को रोककर धोनी ने पहले ही मैच पर पकड़ बना ली। टॉस इस मैच का बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू साबित हुआ।