भारतीय टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत पर बीसीसीआई ने 2013 में बैन लगा दिया था। उनपर स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप था। उनके साथ राजस्थान रॉयल्स में उनके साथी खिलाड़ी अजित चंदीला और अंकित चवन को भी इसी वजह से बैन लगाया गया था। उसके बाद से श्रीसंत बैन हटाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।
समाप्त होगा बैन
एस श्रीसंत पर 2013 के सितम्बर में लगाया गया बैन अगले साल समाप्त करने की घोषणा की गयी है। बीसीसीआई के लोकपाल रिटायर जस्टिस डीके जैन ने बताया है कि अगले साल सितम्बर में यह समाप्त होने रही है। 7 अगस्त जारी किये ऑर्डर में जैन ने कहा
“मिस्टर श्रीसंत, जिनकी उम्र 36 साल है और उनका तेज गेंदबाज के रूप में करियर का सबसे बेहतरीन समय समाप्त हो चुका है। उनपर 13 सितम्बर 2013 को बीसीसीआई की तरफ से बैन लगाया गया था। उन्हें बीसीसीआई से जुड़े किसी भी गतिविधियों में हिस्सा लेने से रोक लगाया गया था।”
सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही हटा दिया गया
भारत की सुप्रीम कोर्ट ने इसी साल मार्च में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में उनपर लगा आजीवन बैन हटा दिया था। कोर्ट ने बीसीसीआई से अनुशासननात्मक करवाई करने की बात कही थी। अब बीसीसीआई 7 साल का बैन के बाद उन्हें खेलने की अनुमति देगा।
इसके साथ ही बीसीसीआई को अगले तीन महीने में इसपर फैसला देने को कहा था। बैन हटाये जाने के बाद एस श्रीसंत बीसीसीआई की किसी भी टूर्नामेंट के साथ भारतीय टीम में भी जगह बना सकते हैं।
ऐसा रहा करियर
केरल के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने भारत के लिए अपना पहला मैच 2005 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। इस मैच में उन्होंने दो विकेट लिए थे। करियर में उन्होंने 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी-20 मैच खेले हैं।
वह 2007 वर्ल्ड टी-20 के साथ ही विश्व कप 2011 की विजेता रही भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। अगले साल उनकी उम्र 37 साल हो जाएगी और ऐसे में उनके लिए वापसी करना आसान नहीं होने वाला है। उन्होंने विदेश में खेलने के लिए भी पहले अनुमति मांगी थी।