भारतीय टीम के फिक्सिंग में फंसे तेज गेंदबाज एस श्रीसंत आजकल सुर्खियों में बने हुए है. 7 जुलाई को भारतीय टीम के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत के लिए उस समय एक बड़ी खुशखबरी आई थी, जब केरल की एक अदालत से भारत के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत पर आजीवन ना खेलने का प्रतिबंध हट गया था.
केरल उच्च न्यायालय ने बीसीसीआई को उन पर लगाया गया आजीवन प्रतिबंध हटाने का आदेश दिया था, लेकिन आजीवन प्रतिबंध हटाने के बाद भी बीसीसीआई का श्रीसंत के प्रति रवैया बदल नहीं रहा है और इसी के चलते भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई ) ने अब हाई कोर्ट में उनके खिलाफ अपील की हुई है.
इसी बीच दिया सनसनीखेज बयान
भारतीय टीम में दोबारा खेलने का सपना देख रहे केरल के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अपने प्रति रवैये को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है. एस श्रीसंत ने भारतीय न्यूज़ चैनल इंडिया टीवी से बात करते हुए अपने एक इंटरव्यू में (बीसीसीआई) को चेतावनी देते हुए एक बयान दिया है.
अपना हक मांग रहा हूं भीख नहीं
न्यूज़ चैनल इंडिया टीवी से बात करते हुए अपने एक इंटरव्यू में (बीसीसीआई) को लेकर एस श्रीसंत ने कहा,
“मैं बीसीसीआई से भीख नहीं मांग रहा हूं, बल्कि अपना हक़ मांग रहा हूं, मैं सिर्फ ये चाहता हूं, कि मुझे मेरा रोजगार फिर से वापस किया जाये.”
जज ने भी कहा था मेरा रोजगार छीना गया है
न्यूज़ चैनल इंडिया टीवी से बात करते हुए अपने एक इंटरव्यू में (बीसीसीआई) को लेकर एस श्रीसंत ने आगे कहा,
“यही बात केरल की अदालत में भी मेरे आजीवन प्रतिबंध हटाने के संदर्भ में कही गई थी और मुझे जज की ये बात काफी अच्छी लगी थी. उन्होंने अपना फैसला सुनाते हुए कहा था, कि मुझसे बीसीसीआई ने मेरी आजीविका छीनी है.”
अफ्रीका सीरीज में खेलने की चाह
श्रीसंत ने अपने इंटरव्यू में जनवरी 2018 में भारतीय टीम की तरफ से साउथ अफ्रीका दौरे में जाने की इच्छा भी जाहिर की. आपको बता दे, कि 13 सितंबर, 2013 को वर्तमान केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने एस श्रीसंत पर आजीवन क्रिकेट ना खेलने का प्रतिबंध लगा दिया था.
अबतक रहा है ऐसा क्रिकेट करियर
श्रीसंत टेस्ट, वनडे और टी20 तीनो ही फॉर्मेटों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. उन्होंने टेस्ट में भारत की ओर से 27 टेस्ट में 87 व 53 वनडे में 75 और 10 टी20 मैच में 7 विकेट लिए हैं. मगर आईपीएल 6 स्पाट फिक्सिंग मामले में लिप्त होने के आरोपों के चलते वो भारत के लिए आगे क्रिकेट नहीं खेल पाए.