भारतीय क्रिकेट के जनरल मैनेजर के पद से सबा करीम के इस्तीफे के बाद बीसीसीआई ने मांगे आवेदन 1

कोरोना के संकट में जहां एक तरफ भारतीय क्रिकेट टीम तो क्रिकेट के मैदान से पूरी तरह से दूर रही जिसकी कोई खास चर्चा नहीं रही लेकिन बंद क्रिकेट के बीच भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड जरूर चर्चा में बना हुआ है। भारतीय क्रिकेट कन्ट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई अपने आईपीएल के आयोजन के साथ ही कुछ बड़े पद खाली होने के कारण सुर्खियों में है।

एक के बाद एक बीसीसीआई में दो पद हुए खाली

बीसीसीआई के साथ साल 2016 से ही सीईओ के पद पर रहने वाले राहुल जौहरी ने पिछले ही दिनों अपने पद से इस्तीफा दिया जिसे बीसीसीआई ने स्वीकार कर लिया। इस इस्तीफे के कुछ दिन बाद एक और पद खाली हो गया है।

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बीसीसीआई

सीईओ के पद से राहुल जौहरी के हटने के बाद अब भारतीय क्रिकेट के जनलर मैनेजर की पोस्ट भी खाली हो गई है जिस पद पर पिछले कुछ साल से काम करने वाले सबा करीम ने इस्तीफा दे दिया है।

सबा करीम के इस्तीफे के बाद बीसीसीआई ने मांगे जनरल मैनेजर पद के आवेदन

भारत के पूर्व विकेटकीपर रहे सबा करीम पिछले कुछ साल से भारतीय क्रिकेट के क्रिकेट संचालन के प्रभारी के पद जनरल मैनेजर की पोस्ट पर काम कर रहे थे लेकिन उन्होंने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सबा करीम के इस्तीफे के बाद ये पद अब खाली हो चुका है जिसको फिर से भरने के लिए बीसीसीआई ने अपना काम शुरू कर दिया है।

सबा करीम

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बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट के जनरल मैनेजर के पद के लिए आवेदन मांगे हैं। इस तरह से आने वाले दिनों में इस पद के इच्छुक आवेदन कर सकते हैं। इस आवेदन की अंतिम तारीख 7 अगस्त को निर्धारित की गई है।

सबा करीम साल 2017 के अंत में बने थे इस पद पर

सबा करीम की बात करें तो वो भारतीय क्रिकेट के खेल विकास के प्रमुख जनरल मैनेजर की पोस्ट पर दिसंबर 2017 को नियुक्त किए गए थे। उन्होंने रत्नाकर शेट्टी का स्थान लिया था जो इस पद पर थे। शेट्टी 2018 की शुरुआत में रिटायर हो गए। इसके बाद ये प्रमुख पद सबा करीम संभाल रहे थे।

भारतीय क्रिकेट के जनरल मैनेजर के पद से सबा करीम के इस्तीफे के बाद बीसीसीआई ने मांगे आवेदन 2

लेकिन सबा करीम से बीसीसीआई के द्वारा इस्तीफा मांगने के पीछे बड़ा कारण ये रहा कि कोरोना वायरस से बंद पड़े घरेलू क्रिकेट को लेकर सबा करीम कोई बड़ी योजना नहीं बना पा रहे थे जिससे कि घरेलू क्रिकेट को फिर से ट्रेक पर लाया जाए। क्योंकि इस पद पर बने शख्स की जिम्मेदारी होती है कि वो घरेलू क्रिकेट और महिला क्रिकेट के विकास के काम की देखरेख करें।