पाकिस्तान क्रिकेट टीम के होनहार बल्लबाजों में शुमार रहे पूर्व क्रिकेटर सलमान बट्ट ने अपनी इसी साख को साल 2010 में खत्म कर दिया। सलमान बट्ट से पाकिस्तान क्रिकेट में लंबी रेस के घोड़े के रूप में उम्मीद तो की जा रही थी लेकिन 2010 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ स्पॉट फिक्सिंग के एक काले कारनामें को अंजाम दिया।
सलमान बट्ट का खुलासा- अफरीदी ने रोका था 2015 में वापसी का रास्ता
टीम के कप्तान रहते हुए स्पॉट फिक्सिंग के कांड को अंजाम देने के बाद सलमान बट्ट पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया। जिसके बाद से वो अब तक वापसी नहीं कर सके हैं।
साल 2015 में सलमान बट्ट ने अपने इस प्रतिबंध को पूरा कर लिया जिसके बाद उन्हें वापसी की उम्मीद तो थी लेकिन ये सफलता उन्हें हाथ नहीं लगी। जिन्होंने अब एक बड़ा खुलासा करते हुए सीधे तौर पर शाहीद अफरीदी को अपनी वापसी नहीं होने का जिम्मेदार माना है।
वकार भाई और एंडी फ्लावर ने मुझे बुलाया था एनसीए
सलमान बट्ट ने दो टूक कहा कि उनके चयन में शाहिद अफरीदी ने विरोध किया था। सलमान बट्ट ने जियो टीवी के साथ बात करते हुए कहा कि “मुख्य कोच वकार यूनिस और बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लावर ने मुझे एनसीए बुलाया और मेरी फिटनेस देखने के लिए वे मुझे नेट्स पर ले गए।”
“वकार भाई ने मुझसे पूछा कि क्या मैं पाकिस्तान के लिए दोबारा खेलने को लेकर मानसिक रूप से तैयार हूं और मैंने कहा कि हां ऐसा ही है।”
मेरा विश्व कप खेलने का रास्ता हो रहा था साफ, बाद में अफरीदी ने चयन में डाली बाधा
सलमान बट्ट ने आगे कहा कि” मेरा पाकिस्तान की टीम में वापसी का रास्ता साफ हो रहा था लेकिन तत्कालीन कप्तान अफरीदी ने उनकी वापसी का रास्ता रोक दिया।”
” मुझे नहीं पता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया लेकिन मैंने इस बारे में उनसे बात नहीं की। मुझे नहीं लगता है कि ये सही होगा। लेकिन मुझे ये पता है कि वकार और फ्लावर ने मुझे कहा कि मैं विश्व कप खेल रहा हूं और इसके लिए बाद में अफरीदी ने रोक दिया।”
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