भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में शानदार बल्लेबाजी की। वह जरुर पहले की तरह बल्लेबाजी नहीं कर पाए, लेकिन मैच को अंत तक लेकर गये और अपनी टीम को जीत दिलाई। उनका पिछला साल काफी खराब रहा था लेकिन इस साल उन्होंने काफी अच्छी शुरुआत की है।
धोनी का दिमाग अभी भी पहले जैसा
महेंद्र सिंह धोनी भले ही तेजी से रन नहीं बना पा रहे, लेकिन वह आज भी मैच की परिस्थिति को अच्छे से पढ़ लेते हैं। इस बारे में संजय मांजरेकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। सोनी नेटवर्क पर बात करते हुए उन्होंने कहा
“धोनी स्पष्ट रूप से अपने प्राइम में नहीं हैं। सॉफ्टवेयर यानी उनका दिमाग अभी भी प्राइम पर है। वह जानते हैं कि वास्तव में क्या आवश्यक है। हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में अब पहले जैसा तालमेल नहीं है। 5-10 साल पहले हार्डवेयर काफी बेहतर था। अब उनके पास छक्के मरने की क्षमता और आत्मविश्वास नहीं है, लेकिन वह अंत तक वहां रहने के तरीके खोजता है।”
जावेद मियांदाद से की तुलना
महेंद्र सिंह धोनी मैच को अंत तक लेकर जाना चाहते हैं। उन्होंने कई बार टीम को ऐसे ही जीत दिलाते हैं। इस बारे में संजय मांजरेकर ने उनकी तुलना जावेद मियांदाद से की।
उन्होंने कहा
“धोनी ने मैच के बाद इस बात का भी उल्लेख किया कि किस गेंदबाज पर अटैक करना है और किसे आराम से खेलना है। यह उनकी फिलॉसफी है, जो उन्हें और महान बनाया है। मुझे याद है कि जावेद मियांदाद ने भी इस तरह की रणनीति बनाई थी कि मैच को अंत तक ले जाया जाए।”
धोनी रहे मैन ऑफ द सीरीज
महेंद्र सिंह धोनी ने 3 मैचों की वनडे सीरीज में 193 रन बनाये। उन्होंने जरुर 73 की स्ट्राइक रेट से रन बनाये। यह उनके करियर स्ट्राइक रेट से काफी कम है। इसके बावजूद उनकी गेम रीडिंग करने की क्षमता की वजह से भारत ने सीरीज अपने नाम किया।
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