लहरों से डरकर नौका पार नही होती. कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती. जी हाँ, ये पंक्तिया इस क्रिकेटर पर बिल्कुल फिट बैठती हैं. जिसने पिता की उम्मीदों को अपनी जिद मान ली. उनके सम्मान पर चोंट को अपना अपमान मान लिया. और ठान लिया कि मुझे बनाना है क्रिकेटर अपने लिए नही बल्कि अपने पिता के लिए. यह बल्लेबाज है सरफराज खान. वही सरफराज, जिसने आईपीएल में रॉयल चैलेंजर बेंगलोर की तरफ से खेलते हुए अपनी धुआधार बल्लेबाजी से क्रिस गेल और एबी डीविलियर्स जैसे विष्फोटक बल्लेबाजों की तारीफ़ पाई. सरफराज पिता की बेइज्जती का बदला लेने के लिए क्रिकेटर बना और अब इस खिलाड़ी का अगला लक्ष्य टीम इंडिया में जगह बनाना है.
आखिर क्यों की प्रतिज्ञा-
सरफराज के पिता नौशाद, जो मुंबई में एक क्रिकेट ट्रेनिंग स्कूल चलाते हैं. एक बार नौशाद उत्तर प्रदेश के एक छोटे से जिले से एक लड़के को मुंबई लेकर आए और उसे क्रिकेट की बारीकियां सिखाना शुरू किया. नौशाद ने इस खिलाड़ी को टीम इंडिया में खेलने के काबिल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की. नौशाद की मेहनत काम आई और यह खिलाड़ी भारत की तरफ से अंडर 19 और आईपीएल खेलने लगा. मगर जैसे ही इस खिलाड़ी को सफलता मिलने लगी वह कोच नौशाद को भूलने लगा. एक बार जब नौशाद ने इस खिलाड़ी से कुछ मदद मांगी तो उसने ताना मारते हुए कहा कि मेरे अंदर खेलने की क्षमता थी तब मैं खेला. इसमें तुम्हारा कोई रोल नहीं है. यदि तुम्हारी कोचिंग में इतना ही दम है तो अपने बेटे को क्रिकेटर बनाओ.
यह है वह अहसान फरामोश क्रिकेटर-
इस क्रिकेटर की यह बात कोच नौशाद को लग गयी और उसने ठान लिया कि वो अपने बेटे को क्रिकेटर बना कर रहेंगे. इस तरह नौशाद ने सरफराज और छोटे बेटे मुशीर को ट्रेनिग देना शुरू कर दिया. नौशाद के पिता को इस तरह से बोलने वाल क्रिकेटर कोई और नही बल्कि आईपीएल में कोलकाता और बेंगलोर के लिए खेलने वाला इकबाल अब्दुल्लाह है.
सरफराज ने लगाई लम्बी छलांग-
सरफराज ने इमानदारी और लगन के साथ मेहनत शुरू की. और जल्द ही सरफराज मुंबई के स्कूल क्रिकेट में नाम कमाने लगे. भारत-ए ने साल 2016 में जब अंडर-19 विश्व कप में फाइनल तक का सफर तय किया तो उसमे सरफराज का खास योगदान रहा.
तब खुद इस बात को बताया-
इंडिया के लिए अंडर 19 टीम में चुने जाने पर सरफराज ने कहा था कि भारत के लिए खेलना सिर्फ उनका ही सपना नहीं है, बल्कि उनके पिता का भी सपना है. सरफराज इन दिनों विराट कोहली की सलाह मानकर अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं.