लंदन: पाकिस्तान टीम के टी-ट्वेंटी कप्तान सरफ़राज़ अहमद ने कहा, प्रेरणादायक मिस्बाह उल हक के अंतर्गत खेलने से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला, जिसका फायदा वह बुधवार को ओल्ड ट्रैफर्ड में होने वाले टी-ट्वेंटी में उठाएगे. भारत में आयोजित टी-ट्वेंटी विश्वकप में पाकिस्तान के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शाहिद अफरीदी को कप्तानी से बर्खास्त करके सरफ़राज़ अहमद को टी-ट्वेंटी कप्तान नियुक्त किया था. कप्तान के तौर पर सरफ़राज़ अहमद का यह पहला मैच होगा. मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर 29 वर्षीय सरफ़राज़ अहमद ने एकदिवसीय और टेस्ट सीरीज में बेहद शानदार प्रदर्शन किया हैं.
यह भी पढ़े : पाकिस्तान के विरुद्ध यूएई दौरे के लिए वेस्टइंडीज ने की टी-ट्वेंटी और एकदिवसीय टीम की घोषणा
रविवार को कार्डिफ में खेले गए अंतिम एकदिवसीय मैच में सरफ़राज़ अहमद ने 90 रनों की अहम पारी खेली, और पाकिस्तान को मैच जिताया, हालाँकि इंग्लैंड ने सीरीज 4-1 से जीती.
ओल्ड ट्रैफर्ड, टी-ट्वेंटी से पहले मंगलवार को पत्रकार-सम्मेलन में सरफ़राज़ ने कहा
“मैं कप्तानी को लेकर बेहद उत्साहित हूँ. देश का प्रतिनिधित्व करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि हैं, लेकिन मैं वास्तव में नेतृत्व करने के लिए उत्साहित हूँ. सकारात्मक क्रिकेट खेलने के लिए और कल जीतने के लिए मैं नेतृत्व में सब कुछ करने की कोशिश कर रहा हूँ”.
मिस्बाह के अंतर्गत, पाकिस्तान क्रिकेट टीम टेस्ट रैंकिंग में पहले पायदान पर बने हुए हैं, मिस्बाह सीमित ओवरों के क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट में पाकिस्तान का प्रदर्शन टेस्ट के मुकाबले बेहद निराशाजनक हैं. अज़हर अली की कप्तानी वाली पाकिस्तानी एकदिवसीय टीम आईसीसी रैंकिंग में नौवे पायदान पर हैं, और इंग्लैंड में होने वाले विश्वकप 2019 में पाकिस्तान का सीधे क्वालीफाई करना बेहद मुश्किल दिखाई दे रहा है. सरफ़राज़ पाकिस्तान टीम के तीनो फॉर्मेट के प्रमुख सदस्य हैं. कार्डिफ में अंतिम एकदिवसीय में खेली गई पारी से अहमद बेहद प्रसन्न हैं.
यह भी पढ़े : इंग्लैंड का विजय रथ रोकने के बावजूद पाकिस्तान का विश्वकप सफर संदेह में
सरफ़राज़ ने आगे कहा, कि
“विश्वकप के बाद से, हम नए विकसित एकदिवसीय टीम बनाने की कोशिश कर रहे हैं, और कार्डिफ एकदिवसीय के बाद हमारा मनोबल बढ़ा हैं, यह एक सकारात्मक बात है हमने 4-0 से पिछड़ने के बावजूद, एशिया के बाहर 300+ का बड़ा लक्ष्य हासिल करके जीते. हम बहुत आश्वस्त हैं. हम युवाओ के साथ एक नई विकसित टीम बनाने की कोशिश कर रहे है और इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टी-ट्वेंटी खेलेगे”.
इसी बीच टी-ट्वेंटी कप्तान सरफ़राज़ अहमद, टेस्ट कप्तान मिस्बाह के नक्शेकदम पर चल रहे हैं. पाकिस्तान टीम ने वर्ष 2009 में श्रीलंका टीम बस पर लाहौर हमले के बाद कोई भी घरेलु टेस्ट सीरीज नहीं खेली हैं, और फिर भी आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहले पायदान पर बने हैं, ये वाकई में तारीफ के काबिल हैं.
यह भी पढ़े : पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच मैच में टूट गये क्रिकेट इतिहास के 30 सबसे बड़े रिकार्ड्स
आगे सरफ़राज़ ने कहा, कि
“मुझे लगता है मिस्बाह पूरी टीम के लिए प्रेरणा हैं. उन्होंने मुझे प्रेरित किया. मैंने उनसे बहुत कुछ सिखा और अपना सर्वोच्च दिया. बुधवार को मैच का नतीजा कुछ भी हो, लेकिन इस दौरे पर हमने एक साहसी पकिस्तान टीम को देखा था हैं. वर्ष 2010 स्पॉट फिक्सिंग के बाद पाकिस्तान के फेन और इंग्लैंड समर्थको के बीच पाकिस्तान टीम की एक गलत छवि पेश हुई थी. हमने इस दौरे पर बहुत एन्जॉय किया है और लोगो ने हमारा अच्छे से स्वागत भी किया हैं. हम उम्मीद करते है हम मैच जीतेगे और दौरे का अंत सकरात्मक सोच के साथ करेगे”.